Edited By Vijay, Updated: 07 Jan, 2020 08:16 PM
पानी के खेल में उम्दा प्रदर्शन करते हुए 250 खिलाडिय़ों व 16 टीमों के बीच में प्रदेश ने भी अपना जौहर दिखा दिया है। इसी का नतीजा रहा कि प्रदेश की टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया। साथ ही टीम का यह चौथा ऐसा मौका है, जिसमें उसने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते...
कुल्लू (दिलीप): पानी के खेल में उम्दा प्रदर्शन करते हुए 250 खिलाड़ियों व 16 टीमों के बीच में प्रदेश ने भी अपना जौहर दिखा दिया है। इसी का नतीजा रहा कि प्रदेश की टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया। साथ ही टीम का यह चौथा ऐसा मौका है, जिसमें उसने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए तमगा हासिल किया है। एसोसिएशन की ओर से टीम चयन कुछ माह पूर्व किया गया था। टीम का हिस्सा बनने के बाद राष्ट्रीय केनो सलालम चैंपियनशिप में हिमाचल प्रदेश की टीम ने 3 कांस्य पदक जीतकर ओवरआल तृतीय स्थान प्राप्त किया है। यह प्रतियोगिता नर्मदा नदी पर महेश्वर मध्य प्रदेश में हुई, जिसमें देशभर की 16 टीमों के 250 खिलाड़ियों ने भाग लिया। जिला कुल्लू के रहने वाले 3 खिलाड़ी गिमनर सिंह, नवीन कुमार एवं विनोद कुमार ने हिमाचल प्रदेश टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लिया था।
उपकरण के अभाव में कांस्य पदक से करना पड़ा संतोष
खिलाडिय़ों का कहना है कि इस खेल में उपकरण के अभाव से टीम को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। यह एक ओलिम्पिक खेल है। इस ओलिम्पिक इवैंट में 8 मैडल हैं जबकि एशियन खेल में भी इस इंवैट के 12 मैडल होते हैं। खिलाड़ियों की मानें तो इस खेल में वे हिमाचल का नाम अंतर्राष्ट्रीय फलक पर ले जा सकते हैं लेकिन उन्हें आधुनिक उपकरण देने होंगे। हिमाचल में प्राकृतिक रूप से सबसे सुंदर नदियां एवं ट्रैक हैं जोकि अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हैं। अटल बिहारी पर्वतारोहण प्रशिक्षण संस्थान के कर्नल नीरज राणा ने इन युवाओं की सफलता पर इन्हें बधाई देते हुए कहा कि युवाओं के भीतर दक्षता की कमी नहीं है। काफी वर्षों से ये खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुल्लू में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की नदी
खिलाड़ियों का कहना है कि कुल्लू घाटी में प्रकृति ने सब कुछ दिया है। हमारे पास अंतर्राष्ट्रीय स्तर की नदी है, जिसमें स्टैंडर्ड ओलिम्पिक, एशियार्ड, नैशनल गेम्स प्रतिस्पर्धा के उपयुक्त स्थान हैं। यहां क्याकिंग व राफ्टिंग को लेकर एशियार्ड व नैशनल लेवल की प्रतिस्पर्धा करवाई जा सकती है। गत वर्ष भी राफ्टिंग को लेकर नैशनल लेवल की गेम्स आयोजित की थी, जिसमें प्रदेश के खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन किया था।
सरकार की नजर-ए-इनायत को तरसा खेल
कांस्य पदक जीतने वाले गिमनर सिंह, नवीन कुमार एवं विनोद कुमार का कहना है कि देश के 3 राज्यों उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर व हिमाचल में वाटर स्पोर्ट्स गेम्स की अपार संभावनाएं हैं। कुल्लू-मनाली में वल्र्ड क्लास 5 रैपिड हैं। ब्यास नदी में वाटर स्पोर्ट्स के खेल को बढ़ावा देने से प्रदेश देश के लिए मैडल जीत सकता है। उन्होंने कहा कि कुल्लू-मनाली में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का संस्थान खोल कर देश-विदेश के खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जा सकता है, जिससे प्रदेश के एडवैंचर टूरिज्म व खेल को बढ़ावा मिल सकता है, साथ ही अन्य प्रदेशों के खिलाड़ियों के लिए जहां आधुनिक उपकरण दिए जाते हैं, वैसे ही हिमाचल के खिलाड़ियों के लिए भी देने की पहल होनी चाहिए ताकि वे इससे भी बेहतर प्रदर्शन कर सकें।