Edited By Rahul Singh, Updated: 19 Jul, 2024 04:05 PM
पब्लिक सैक्टर की टैलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड ने हिमाचल से जुड़े ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी दी है। कंपनी ने ग्राहकों को 4जी सेवाएं देना शुरू कर दी है। बी.एस.एन.एल. की यह सर्विस पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है। इस स्वदेशी तकनीक को...
धर्मशाला : पब्लिक सैक्टर की टैलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड ने हिमाचल से जुड़े ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी दी है। कंपनी ने ग्राहकों को 4जी सेवाएं देना शुरू कर दी है। बी.एस.एन.एल. की यह सर्विस पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है। इस स्वदेशी तकनीक को आई.टी. कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसिज द्वारा डिवैल्प किया गया है। बी.एस.एन.एल. धर्मशाला के वरिष्ठ महाप्रबंधक विपिन कुमार मौर्या ने कहा कि 4जी की स्वदेशी तकनीक से नैटवर्क कवरेज की दिक्कतें काफी हद तक ठीक हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि टावर में बी.टी.एस. लगा होता है और एक कोर नैटवर्क होता है जो बी.टी.एस. को कंट्रोल करता है। पहले लगे हुए कोर नैटवर्क को स्वदेशी नैटवर्क में बदला जा रहा है।
15 दिनों से 6 हजार उपभोक्ता BSNL से जुड़े
मंडी में पिछले सप्ताह इस संदर्भ में टैस्टिंग हो चुकी है। उन्होंने बताया कि सभी टावर को स्वदेशी कोर नैटवर्क से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने जानकारी दी है कि 2 प्रोजैक्ट के तहत 4जी उपलब्ध करवाया जा रहा है। पहला जिस भी क्षेत्र में किसी भी आप्रेटर का सिग्नल नहीं है, वहां पर 4जी सैचुरेशन प्रोजैक्ट के तहत नैटवर्क उपलब्ध करवाया जाएगा। इस प्रोजैक्ट के तहत 112 साइट्स चम्बा में और 33 साइट्स कांगड़ा में हैं। दूसरे प्रोजैक्ट के तहत 246 साइट्स हैं, जिनमें से करीब 153 साइट्स कांगड़ा व 8 साइट्स चम्बा में उपभोक्ता पहले से ही बेहतर नैटवर्क का लाभ उठा रहे हैं।
यह भी पढ़ें- सोशल ऑडिट में खुलासा- मनरेगा में 36.06 लाख का घपला, मस्ट्रोल में ज्यादा गड़बड़ी
उन्होंने कहा कि निजी मोबाइल कंपनियों की ओर से टैरिफ में वृद्धि की गई है। इसका लाभ बी.एस.एन.एल. को मिल रहा है। पिछले 15 दिनों के भीतर करीब 6 हजार मोबाइल उपभोक्ता बी.एस.एन.एल. से जुड़े हैं। कोर नैटवर्क एक ऐसा ग्रुप है, जिसमें टैलीकॉम सर्विस से जुड़े नैटवर्क हार्डवेयर, डिवाइस, सॉफ्टवेयर शामिल हैं। यह ग्रुप टैलीकॉम नैटवर्क में फंडामेंटल सर्विस जैसे एग्रीगेशन, कॉल कंट्रोल, स्विचिंग, ऑथेंटिकेशन, चार्जिंग व गेटवे आदि में मदद करता है।
फाइबर कटने से होता है नैटवर्क डाऊन
महाप्रबंधक ने कहा कि काफी क्षेत्रों में सड़कों को चौड़ा करने का कार्य चल रहा है। इस दौरान हो रही खुदाई से फाइबर बार-बार कटती है। उसी वजह से नैटवर्क डाऊन होता है। नूरपुर, शाहपुर, रैत, गग्गल, डल्हौजी व चम्बा सहित कई जगह में अभी विभिन्न कार्यों के चलते खुदाई कार्य जारी है, जिस कारण बार-बार कटने की घटनाएं होती हैं। परिणाम स्वरूप नैटवर्क की सेवाएं प्रभावित होती हैं।
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here