Edited By Jyoti M, Updated: 31 Mar, 2025 10:56 AM

बिलासपुर शहर में सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है तथा एक महीने के अंदर बिलासपुर शहर में सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित करने की प्रशासन ने योजना बनाई है। बिलासपुर प्रदेश का पहला ऐसा शहर बन जाएगा, जोकि 100 प्रतिशत...
बिलासपुर, (बंशीधर): बिलासपुर शहर में सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है तथा एक महीने के अंदर बिलासपुर शहर में सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित करने की प्रशासन ने योजना बनाई है। बिलासपुर प्रदेश का पहला ऐसा शहर बन जाएगा, जोकि 100 प्रतिशत सी.सी.टी.वी. कैमरों से लैस होगा। कैमरे स्थापित होने के बाद बिलासपुर शहर 24 घंटे पुलिस की निगरानी में रहेगा तथा इससे आपराधिक घटनाओं में अंकुश लगने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार, जिला प्रशासन द्वारा इस योजना को सिरे चढ़ाने का जिम्मा एक निजी कंपनी को दिया गया है तथा संबंधित कंपनी ने बिलासपुर शहर में सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित करने के लिए खंभे लगाने शुरू कर दिए हैं, जिसके बाद संबंधित खंभों में सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित किए जाएंगे।
इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा 2 करोड़ 63 लाख रुपए की राशि खर्च की जा रही है। जानकारी के अनुसार, बिलासपुर शहर के मुख्य चौराहों, सार्वजनिक स्थानों और नशा कारोबार के लिहाज से संवेदनशील स्थानों पर ये कैमरे लगाए जा रहे हैं। शहर में 85 चिन्हित स्थानों पर इसे लगाया जा रहा है। पूरे शहर में कुल 335 सी.सी.टी.वी. कैमरे लगेंगे, जिसमें 295 सी.सी.टी.वी., 31 ए.एन.पी. आर. और 9 पी.टी. जैड. कैमरे शामिल हैं। इन कैमरों के जरिए संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कमांड एंड कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है, जहां से शहर के सभी सार्वजनिक स्थल व चौक-चौराहों पर 24 घंटे तीसरी आंख का पहरा रहेगा। बिलासपुर शहर में 11 वार्ड हैं। बिलासपुर शहर में सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है। संबंधित कंपनी को एक महीने में इस योजना को सिरे चढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। एक महीने बाद बिलासपुर शहर प्रदेश का पहला ऐसा शहर बन जाएगा, जोकि शत प्रतिशत सी.सी.टी.वी. कैमरों से लैस होगा। बिलासपुर के बाद घुमारवीं शहर को भी सी.सी.टी.वी. कैमरों से लैस करने की योजना है।
आबिद हुसैन सादिक, डी. सी. बिलासपुर ने कहा कि इससे शहर में लॉ एंड ऑर्डर कायम करने में मदद मिलेगी। वहीं, नशा कारोबार, चोरी की घटनाओं समेत अन्य संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी निगाह रखने में पुलिस को सुविधा मिलेगी।