Edited By Kuldeep, Updated: 24 Feb, 2025 11:00 PM
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जिला ऊना में अनेक सीनियर सैकेंडरी व हाई स्कूलों के भवनों के कमरों की हालत दयनीय है।
ऊना(मनोहर लाल): जिला ऊना में अनेक सीनियर सैकेंडरी व हाई स्कूलों के भवनों के कमरों की हालत दयनीय है। जिला ऊना में वित्त वर्ष 2024-25 में शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय को विभिन्न स्कूलों के भवनों में 11 कमरों के असुरक्षित घोषित होने की जानकारी स्कूल मुखियों द्वारा दी गई। इनमें से सभी स्कूलों में असुरक्षित कमरों का निरीक्षण टीम जिसमें अधीक्षक ग्रेड-1, अनुभाग अधिकारी, अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी द्वारा किया गया है।
असुरक्षित कमरों में से 7 कमरों को अब तक गिराया जा चुका है। इनके स्थान पर नए कमरों के निर्माण के लिए एस्टीमेट निदेशालय को भेजे जा चुके हैं। इन स्कूलों में नए कमरे बनाने के लिए अभी तक बजट का प्रावधान नहीं हुआ है। ऐसे में असुरक्षित घोषित भवनों में बच्चों को बिठाया नहीं जा सकता है, जिससे अध्यापकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जिला ऊना में स्कूलों के असुरक्षित भवनों की बात करें तो गौंदपुर बूला स्कूल में 2 कमरे, मवा कहोलां स्कूल में 2 कमरे, भड़ौलियां कलां स्कूल में 2 कमरे, जाडला स्कूल में 2 कमरे तथा भड़ौलियां कलां स्कूल के 2 कमरे असुरक्षित घोषित किए जा चुके हैं। धलवाड़ी स्कूल के 5 टॉयलेट ब्लाॅक को असुरक्षित घोषित करके उन्हें गिराकर डिजास्टर रिलीफ फंड से 5 लाख रुपए प्रदान करके नए टॉयलेट ब्लाॅक का निर्माण करवाया गया है।
जानकारी के अनुसार अभी तक सीनियर सैकेंडरी स्कूल जाड़ला व मवा कहोलां की सर्वे रिपोर्ट शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय में नहीं पहुंची है। सर्वे रिपोर्ट में पीडब्ल्यूडी द्वारा पूरा एस्टीमेट बनाकर बताया जाता है कि इस कमरे को कब गिराया जाएगा और इससे कितनी आय होगी। उसके बाद गिराए गए कमरों से प्राप्त आय ट्रेजरी में जमा होती है। इसके बाद इसकी रिपोर्ट बनाकर शिक्षा निदेशालय को भेजी जाती है।
शिक्षा उपनिदेशक सैकेंडरी अनिल कुमार ने कहा कि असुरक्षित घोषित कमरों को गिराकर नए कमरों के निर्माण के लिए एस्टीमेट निदेशालय को भेजे गए हैं। एस्टीमेट आते ही नए कमरों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।