Edited By Punjab Kesari, Updated: 23 Jul, 2017 11:22 PM
बरसात के मौसम में उफनती ब्यास नदी जहां खतरा बनी हुई है, वहीं आशिकों के लिए नदी रोमांच और रोमांस का स्थल बन गई है।
नादौन: बरसात के मौसम में उफनती ब्यास नदी जहां खतरा बनी हुई है, वहीं आशिकों के लिए नदी रोमांच और रोमांस का स्थल बन गई है। ब्यास नदी के किनारे चट्टानों में जोखिम उठाकर प्रेमी जोड़े अलग-अलग अंदाज में सैल्फी ले रहे हैं और प्यार की पींगें डाल रहे हैं। आशिक मिजाज युवक-युवतियां घर से निकलते तो कालेज और शिक्षण संस्थानों में पढऩे-लिखने के लिए परंतु मां-बाप की आंखों में धूल झोंककर प्रेम लीलाओं में मस्त हो जाते हैं। ब्यास नदी का सुनसान और सुरमयी इलाके में जोड़े हदें पार करके खुलेआम प्रेमालाप में मशगूल हो जाते हैं। इस क्षेत्र में लोगों का आना-जाना कम रहता है, जिसका प्रेमी जोड़े खूब फायदा उठाते हैं, जो कोई इक्का-दुक्का लोग यहां नजदीक से गुजरते हैं वे प्रेमी जोड़ों की हरकतों को देखकर शर्मसार होकर निकल जाते हैं।
कभी भी आफत में पड़ सकती है जान
प्रेमालाप के दौरान प्रेमी जोड़े चट्टानों पर तथा नदी के बीच उतरकर जोखिम भरे अंदाज में सैल्फी लेते हैं। ब्यास नदी का जलस्तर कभी भी अचानक बढ़कर प्रेमी जोड़ों की जान आफत में डाल सकता है, आप्रवासी बच्चे भी प्रशासन के दिशा-निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं जो उफनती ब्यास में नहा रहे हैं, जिससे कभी भी जान को खतरा पैदा हो सकता है। आधुनिक समय में कैसे संस्कृति और संस्कारों का विनाश हो रहा है तथा युवा पश्चिमी सभ्यता के गुलाम हो रहे हैं, इसके साक्ष्य रोजाना ऐसे सुनसान स्थानों, बस अड्डों, कालेजों और शिक्षण संस्थानों के रास्तों पर देखे जा सकते हैं जहां युवा जोड़े लोक लाज त्याग कर प्रेम के नाम पर अश्लीलता फैला रहे हैं।