Edited By Punjab Kesari, Updated: 29 May, 2017 10:05 AM
किन्नौर जिला में बादल फटने से भारी तबाही मच गई है।
किन्नौर (बिशेषर नेगी): किन्नौर जिला में बादल फटने से भारी तबाही मच गई है। इससे ज्यादा नुकसान बांगतू-काफनू मार्ग में शेरपा कॉलोनी में हुआ। शनिवार देर रात तीन घंटे तक लगातार बारिश से चोटी से भारी मलबा आने से एक दर्जन जगहों से मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। जिससे भावावैली का संपर्क शेष दुनिया से कट गया है। स्कॉरपिओ गाड़ी और रोड रोलर मलबे में दब गया है। हैरानी की बात यह है कि इस भारी तबाही से एक दर्जन घोड़े और कई मवेशी लापता हैं। कई क्षेत्रों में मलबा घुस गया है।
14 गांवों में पिछले 20 घंटे से आपूर्ति बाधित
बिजली लाइन टूटने से भावावैली के 14 गांवों में पिछले 20 घंटे से आपूर्ति बाधित है। सड़क के दोनों ओर दर्जनों वाहनों की कतारें लगी हुई हैं। वहीं 200 से अधिक यात्रियों ने शेरपा कॉलोनी में टेंट में रात गुजारी। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। राहत कार्य जारी हैं। बताया जा रहा है कि सड़क के कुछ हिस्से नाले में तबदील हो गए हैं। लोक निर्माण विभाग ने मार्ग बहाली के लिए तीन पोकलेन और तीन जेसीबी मशीनें लगा दी हैं, लेकिन नुकसान इतना ज्यादा है कि कई दिनों तक मार्ग बहाल कर पाना संभव नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के मैदानी और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में सोमवार और मंगलवार को अंधड़ और ओलावृष्टि की चेतावनी है। एक जून तक मौसम खराब रहेगा। 2 और 3 जून को धूप खिलने के आसार हैं।