Edited By Updated: 10 Nov, 2015 12:39 PM

पंचायत चुनावों को लेकर जारी हुए रोस्टर को पूरी तरह से गलत करार दिया है। इसके निर्माण में राजनीतिक हस्तक्षेप की बू आ रही है।
चंबा: पंचायत चुनावों को लेकर जारी हुए रोस्टर को पूरी तरह से गलत करार दिया है। इसके निर्माण में राजनीतिक हस्तक्षेप की बू आ रही है। भाजपा के जिला मंत्री रविंद्र सिंह किश्तवाड़िया और जिला उपाध्यक्ष राज कुमार वैद्य ने कहा कि इस मामले की जांच करना बेहद जरूरी है। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो अदालत का दरवाजा खटखटाने के अलावा लोगों के पास और कोई चारा नहीं रहेगा। किश्तवाड़िया ने कहा कि इस बात के प्रमाण चुराह विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाली विभिन्न पंचायतों के लिए जारी किए गए रोस्टर के रूप में देखा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि चुराह विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाली ग्राम पंचायत सनवाल पिछले 10 वर्षों से ओपन है, जोकि इस बार भी ओपन है। बणतर पंचायत भी पिछले 10 वर्षों से अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित चली हुई थी और इस बार भी इसी वर्ग के लिए आरक्षित रखी गई है। पंजेई पंचायत सामान्य वर्ग के लिए पिछले 10 वर्षों से रही और यही स्थिति इस बार भी रही है। ऐसे में यह प्रश्न उठता है कि अगर रोस्टर के मुताबिक ऐसा हुआ है तो फिर उपरोक्त पंचायतों में जो दूसरे वर्ग के लोग हैं, उन्हें कब चुनाव लडऩे का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा कि रोस्टर जारी करने का उद्देश्य यह रहता है कि निर्धारित जनसंख्या के आंकड़ों को छूने वाले वर्गों को भी चुनाव लडऩे का मौका मिले लेकिन इस बार जो रोस्टर जारी हुआ है, वह समझ से परे है। उन्होंने कहा कि ऐसे में अगर जल्द इसमें बदलाव नहीं होता है तो लोग अदालत का रुख करने के लिए मजबूर होंगे।