Edited By kirti, Updated: 30 Sep, 2019 01:44 PM
वर्तमान युग वैज्ञानिक युग है, जिसमें तरह-तरह के आविष्कार हमारे सामने आते रहते हैं लेकिन मंडी जिला के करसोग क्षेत्र के बाल वैज्ञानिक युगल शर्मा ने घास काटने की मशीन बनाकर सबको चौंका दिया है। इस मशीन की खूबी यह है कि यह सौर ऊर्जा से चार्ज होती है।...
मंडी (स.ह.): वर्तमान युग वैज्ञानिक युग है, जिसमें तरह-तरह के आविष्कार हमारे सामने आते रहते हैं लेकिन मंडी जिला के करसोग क्षेत्र के बाल वैज्ञानिक युगल शर्मा ने घास काटने की मशीन बनाकर सबको चौंका दिया है। इस मशीन की खूबी यह है कि यह सौर ऊर्जा से चार्ज होती है। इसमें 6,000 एम.एच. की बैटरी लगी हुई है जो सोलर ऊर्जा से चार्ज होती है और अगर बैटरी को एक मर्तबा चार्ज कर दिया तो यह करीब 2 घंटे लगातार कार्य कर सकती है। यही नहीं यह काम करते वक्त भी सूर्य की ऊर्जा से चार्ज होती रहती है।
युगल शर्मा ने घास की मशीन को बनाने के लिए शेविंग ब्लेड व पाइप का इस्तेमाल किया है और इसकी लागत करीब 2,000 रुपए के करीब है। युगल ने अब तक अनेक आविष्कार किए हैं लेकिन सोलर पैनल से चलने वाली घास काटने की मशीन को लेकर उसकी क्षेत्र में सराहना की जा रही है। युगल के पिता गाड़ी चलाते हैं और माता गृहिणी हैं, जिनका उसे इस कार्य में बहुत सहयोग मिलता है। युगल का सपना नासा में वैज्ञानिक के तौर पर सेवाएं देना है ताकि वह मानव जाति को अपने आविष्कार से लाभान्वित करवा सके। युगल चिल्ड्रन साइंस में भी अपनी प्रतिभा से लोगों को चौंका रहा है, जिसके चलते अब वह जोगिंद्रनगर में होने वाली राज्य स्तरीय चिलड्रन साइंस में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेगा।
कार्य में आर्थिक तंगी आ रही आड़े
युगल शर्मा का कहना है कि विधायक हीरा लाल ने उनकी प्रतिभा को देखते हुए 11,000 रुपए देने की घोषणा की है। युगल का कहना है कि इस कार्य में आॢथक तंगी बाधा बन रही है लेकिन अगर सरकार मदद करती है तो वह इस कार्य को बेहतर ढंग से अमलीजामा पहनाकर नए-नए आविष्कार करके दिखाएगा।
अभी सोलर पैनल से चलने वाले ड्रोन पर कर रहा है कार्य
युगल दिन-रात नई-नई खोज करने में जुटा रहता है। उसने अपने घर पर एक वर्कशॉप बनाई है, जिसमें अनेक उपकरण बनाकर अपनी प्रतिभा को प्रदॢशत किया है। युगल ने छठी कक्षा में आधुनिक पवन आटा चक्की बनाई, 7वीं कक्षा में विद्युत परिपथ तकनीक का विश£ेषण कर हाथ से घुमाने पर बिजली पैदा करने वाला जैनरेटर बनाया। 9वीं कक्षा में पढ़ाई के साथ-साथ जे.सी.बी. मशीन का कार्य किस प्रकार किया जाता है, को बनाकर दिखाया और अब वह सोलर पैनल से चलने वाले ड्रोन पर कार्य कर रहा है जो सी.सी.टी.वी. से लैस होगा। इसके अलावा सोलर पैनल से चलने वाला ब्लोर भी युगल के प्रोजैक्ट में शामिल है।