Edited By Vijay, Updated: 12 Feb, 2021 09:50 PM
भटियात की चलामा पंचायत के भरमाल गांव में एक युवक ने पेड़ से फंदा लगाकर जान दे दी। युवक की पहचान राजीव कुमार पुत्र लाल चंद निवासी गांव भरमाल के रूप में हुई है। शुक्रवार को सुबह करीब दस बजे युवक अपने पशुओं के लिए चारा लेने द्रबड़ गांव के लिए निकला था...
तुनुहट्टी (संजय कुमार): भटियात की चलामा पंचायत के भरमाल गांव में एक युवक ने पेड़ से फंदा लगाकर जान दे दी। युवक की पहचान राजीव कुमार पुत्र लाल चंद निवासी गांव भरमाल के रूप में हुई है। शुक्रवार को सुबह करीब दस बजे युवक अपने पशुओं के लिए चारा लेने द्रबड़ गांव के लिए निकला था लेकिन दोपहर तक वापस नहीं लौटा। जब वह दोपहर 2 बजे तक वापस नहीं आया तो उसकी माता उसका पता करने उसी जंगल की ओर चल पड़ी। जब वह लूधेरा से कुछ ही दूरी पर द्रबड़ के पास पहुंची तो उसे रास्ते पर कुछ खजूर की झाड़ियां कटी पड़ी दिखीं, जिस पर उसने बेटे की तलाश शुरू की। इस दौरान उसने बेटे को एक पेड़ से फंदे से लटका हुआ पाया। यह देख्कर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने पंचायत प्रधान व ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। उधर, पंचायत प्रधान ने पुलिस को सूचित कर दिया।
परिजनों ने नहीं जताया किसी पर शक
सूचना मिलते ही पुलिस चौकी बकलोह की टीम प्रभारी एएसआई रमेश कुमार की अगुवाई में मौके पर पहुंची। मौके से जरूरी साक्ष्य जुटाने के बाद स्थानीय लोगों की मदद से शव को पेड़ से नीचे उतारा। इसके बाद परिजनों के बयान दर्ज किए। परिजनों ने बेटे की मौत को लेकर किसी पर कोई शक जाहिर नहीं किया है। इसके बाद युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए चुवाड़ी स्थित नागरिक अस्पताल ले जाया गया। युवक के पिता वन विभाग के विश्राम गृह तुनुहट्टी में बतौर चौकीदार कार्यरत हैं। उन्हें घटना की जानकारी पुलिस ने दी।
घटनास्थल पर पत्थरों पर लिखा हुआ मिला
घटनास्थल पर जांच के दौरान पत्थरों पर कुछ लिखा हुआ मिला है। पत्थरों पर लिखा था कि मम्मी-पापा मैं कुछ अच्छा करने की सोचता हूं, लेकिन कुछ चीजें मुझे मरने के लिए उकसाती हैं। एक पत्थर पर लिखा था कि काला जादू करने वालों को मारो। उक्त युवक की माता ने पुलिस को बताया कि ऐसी चीजों के बारे में उनका बेटा पहले भी कई बार जिक्र कर चुका है। युवक ने ऐसा क्यों किया, इसके बारे में गांव का हर व्यक्ति सोचने पर मजबूर है।
3 साल पहले लड़की की सड़क हादसे में हो चुकी है मौत
इस परिवार पर कुदरत का दूसरी बार कहर बरपा है। 3 साल पहले इसी परिवार की एक लड़की की चुवाड़ी काॅलेज में जाते समय एक वाहन दुर्घटना में मौत हो गई थी। परिवार अभी उस सदमे से उभर नहीं पाया था और अब इस घटना ने परिवार को पूरी तरह से झिंझोड़ कर रख दिया है। युवक अपने पीछे माता-पिता के अलावा एक छोटे भाई को छोड़ गया है।
पालतू कुत्ते ने दिखाई वफादारी
राजीव कुमार जब सुबह अपने पशुओं के लिए चारा लेने घर से निकला था तब उसके साथ उसका पालतू कुत्ता भी था लेकिन यह कुत्ता सुबह से दोपहर तक बिना कुछ खाए9पिए अपने मालिक के लटके शव के पास बैठा रहा। इतना ही नहीं, यह पालतू कुत्ता देर शाम तक भी अपने मालिक के शव के आसपास भूखा-प्यासा बैठा रहा। युवक के शव को जब पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले जाया गया तो उसके बाद ही कुत्ता मायूस होकर घर के लिए गया।