विश्व बैंक ने हिमाचल से क्रैडिट किया इतने हजार टन कार्बन 4.75 US Dollar के हिसाब से देगा पैसा

Edited By Vijay, Updated: 23 Jan, 2019 11:57 PM

world bank has crooned so many thousand tonnes of carbon from himachal

विश्व बैंक ने हिमाचल से 97,170 टन कार्बन क्रैडिट (खरीदा) किया है। इसके लिए प्रदेश को विश्व बैंक से 4.75 यू.एस. डॉलर के हिसाब से पैसा मिलेगा। एशिया का पहला कार्बन क्रैडिट प्रोजैक्ट प्रदेश के 11 वन खंडों में चल रहा है। विश्व बैंक ने इस परियोजना के तहत...

सोलन (नरेश): विश्व बैंक ने हिमाचल से 97,170 टन कार्बन क्रैडिट (खरीदा) किया है। इसके लिए प्रदेश को विश्व बैंक से 4.75 यू.एस. डॉलर के हिसाब से पैसा मिलेगा। एशिया का पहला कार्बन क्रैडिट प्रोजैक्ट प्रदेश के 11 वन खंडों में चल रहा है। विश्व बैंक ने इस परियोजना के तहत 3170 हैक्टेयर भूमि पर लगाए पेड़ों द्वारा सोखी गई कार्बन की फाइनल वैरीफिकेशन कर ली है। अब विश्व बैंक से प्रदेश को करीब 2 से अढ़ाई करोड़ रुपए जारी होंगे। इसकी वैरीफिकेशन पर होने वाले खर्च को काट कर प्रदेश को यह राशि जारी होगी, जो इस परियोजना के करीब 4,252 लाभार्थियों में वितरित होगी। मजेदार बात यह है कि इससे पूर्व भी विश्व बैंक हिमाचल से 65,582 टन कार्बन क्रैडिट कर चुका है। इसके लिए प्रदेश को करीब 1.45 करोड़ रुपए मिले थे।

विश्व बैंक की सहायता से चल रहा बायो कार्बन क्रैडिट प्रोजैक्ट

प्रदेश में विश्व बैंक की सहायता से वर्ष 2010 से बायो कार्बन क्रैडिट प्रोजैक्ट चला हुआ है। इसके लिए प्रदेश में स्वारघाट, नम्होल, कुल्लू, धर्मशाला, नूरपुर, सोलन, चुवाड़ी, रामपुर, नाहन, मंडी और सुजानपुर वन खंडों में 3,170 हैक्टेयर भूमि पर इसे लागू किया गया है। इस प्रोजैक्ट के तहत सरकारी व निजी भूमि पर प्लांटेशन की गई है। इसके लिए स्थानीय लोगों के स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं, जिनकी जिम्मेदारी पौधारोपण से लेकर देखभाल तक करने की थी। अब यह पौधे पेड़ बन गए हैं।

विश्व बैंक करता है कार्बन की वैरीफिकेशन

इन पेड़ों द्वारा जितनी कार्बन सोखी जाती है, विश्व बैंक उसका प्रदेश को पैसा देता है। पेड़ जितना मोटा होता जाएगा, कार्बन ज्यादा सोखेगा। विश्व बैंक द्वारा इसकी वैरीफिकेशन की जाती है। पिछले वैरीफिकेशन की तुलना में इस बार प्रदेश में ज्यादा कार्बन सोखी गई है। इस प्रोजैक्ट में सबसे मजेदार बात यह है कि विश्व बैंक से जारी होने वाले फंड का कुछ हिस्सा स्थानीय पंचायत को मिलता है, जिसका इस्तेमाल पंचायतों के विकास कार्यों पर खर्च किया जा सकता है।

पंचायतों को मिले थे 29 लाख रुपए

पिछली बार विश्व बैंक से जारी हुए 1.45 करोड़ रुपए में से 1.16 करोड़ रुपए लाभार्थियों को तो करीब 29 लाख रुपए पंचायतों को मिले थे। इस बार यह राशि दोगुना होने की उम्मीद है। बायो कार्बन क्रैडिट प्रोजैक्ट के कार्यकारी अधिकारी एच.के. सरवटा ने बताया कि कार्बन क्रैडिट परियोजना के तहत विश्व बैंक ने 97,170 टन कार्बन क्रैडिट की है। इसके लिए विश्व बैंक से 4.75 यू.एस. डॉलर के हिसाब फंड जारी होगा जो लाभार्थियों में वितरित होगा।

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