Edited By Kuldeep, Updated: 04 May, 2020 06:28 PM
कोरोना वायरस से लडऩे के कार्य में लगे स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस विभाग की टीम के वेतन में कटौती को लेकर ऊना सदर से कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने विरोध जताया है।
कहा-गुजरात में फंसे ऊना के लोगों को लाओ, में सारा खर्च वहन करने को तैयार
ऊना (विशाल): कोरोना वायरस से लडऩे के कार्य में लगे स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस विभाग की टीम के वेतन में कटौती को लेकर ऊना सदर से कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने विरोध जताया है। पंजाब केसरी से बात करते हुए रायजादा ने कहा कि इस आपात समय में ये 2 वर्ग अपनी बेहतरीन सेवाएं दे रहे हैं और इनके वेतन में कटौती करना इनको हतोत्साहित करने के बराबर है। इस आपात समय में ये दोनों वर्ग फ्रंट फुट पर सबसे आगे खड़े होकर देशहित में सेवाएं दे रहे हैं। इन वर्गों को सम्मान देना चाहिए और प्रोत्साहन के तौर अतिरिक्त आॢथक लाभ देने की घोषणा करनी चाहिए। रायजादा ने कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पहले ही विधायकों के वेतन में 30 फीसदी कटौती कर चुके हैं और यदि मुख्यमंत्री को अभी भी फंड की जरूरत है तो विधायकों के वेतन में 50 या इससे अधिक की कटौती करें या किसी अन्य वर्ग के वेतन में कटौती कर लें, लेकिन करोना वारियर्स के वेतन में कटौती नहीं की जानी चाहिए।
प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन बेहतरीन कार्य कर रहे हैं
सदर विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि जिला के कई लोग गुजरात सहित अन्य जगहों पर फंसे हैं। कई लोग वहां से उनके साथ संपर्क कर रहे हैं। इसको लेकर जिला प्रशासन से भी आज बात की गई है। रायजादा ने कहा कि ऐसे फंसे हुए लोगों को वापस लाने के लिए सरकार को पहल करनी चाहिए। इसके लिए ऊना से बसें गुजरात भेजी जानी चाहिए, ताकि लोग वहां से सुरक्षित आ सकें। रायजादा ने कहा कि इस पर आने वाला खर्च वह स्वयं वहन कर सकते हैं और बसों को अपने खर्चे पर ऊना से गुजरात भेज सकते हैं, बशर्ते सरकार इसकी परमिशन जारी करे। रायजादा ने कहा कि प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन बेहतरीन कार्य कर रहे हैं और लोगों को भी इस ढील का नाजायज फायदा नहीं उठाना चाहिए।