Edited By Vijay, Updated: 16 Feb, 2019 04:18 PM
अपने आसपास अपने नदी नालों के किनारे मिलने वाली काली मिट्टी या कीचड़ को तो देखा ही होगा। कोई आपको इस मिट्टी से किसी बीमारी को ठीक होने का दावा करे तो शायद आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन अब यह सच्चाई है कि यह मिट्टी कई रोगों के लिए रामबाण साबित हो रही है।...
पालमपुर (मुनीष दीक्षित): अपने आसपास अपने नदी नालों के किनारे मिलने वाली काली मिट्टी या कीचड़ को तो देखा ही होगा। कोई आपको इस मिट्टी से किसी बीमारी को ठीक होने का दावा करे तो शायद आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन अब यह सच्चाई है कि यह मिट्टी कई रोगों के लिए रामबाण साबित हो रही है। इस मिट्टी से कई बीमारियों को ठीक करने का दावा हिमाचल प्रदेश के राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वैदिक संस्थान पपरोला ने किया है।
मिट्टी के दम पर ठीक किए जा सकते हैं ये रोग
संस्थान के स्वस्थ वृत्त एवं योग विभाग से जुड़े चिकित्सकों व इसमें स्नातकोत्तर कर रहे छात्रों का दावा है कि इस मिट्टी के दम पर गर्दन, कमर व घुटने के दर्द सहित यूरिक एसिड, आंखों के कुछ विकार, कोलैस्ट्रोल व कुछ असाध्य रोगों को भी ठीक किया जा सकता है। इस पर 4 साल से लगातार शोध चल रहा है और इसके काफी सफल परिणाम सामने आने लगे हैं। विभाग की टीम ने 4 साल में करीब 3 हजार लोगों का इस विधि से उपचार किया है और इसके सफल परिणाम आए हैं।
आयुर्वेद से जुड़े कई ग्रंथों व किताबों में है उल्लेख
विभाग के विभागाध्यक्ष डा. टेक चंद ठाकुर ने बताया कि आयुर्वेद से जुड़े कई ग्रंथों व किताबों में कई स्थानों पर इस मिट्टी से कई बीमारियां ठीक करने का उल्लेख है। इस तरफ आधुनिक दौर में कम काम हुआ। 4 साल से आयुर्वैदिक कॉलेज के स्वस्थ वृत्त एवं योग विभाग ने इस पर कार्य करना शुरू किया और इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं।
मिट्टी का रोग के अनुसार लेप करके कम किया जाता है दर्द
इस चिकित्सा में गर्म पानी का सेक देकर तथा उसके बाद इस मिट्टी का रोग के अनुसार लेप करके दर्द को धीरे-धीरे कम किया जाता है। इसमें कुछ प्राणायाम व योग भी बताए जाते हैं। इसके अलावा कुछ हवन सामग्री का भी प्रयोग होता है। इसमें दवाई नहीं दी जाती है। यदि किसी को अधिक परेशानी है तो ही उसे दवाई दी जाती है। कुछ आंखों से जुड़े विकारों में भी यह काफी उपयोगी हुई है।
इन रोगों पर रामबाण हो रहा मिट्टी का उपचार
मिट्टी व गर्म पानी के सेक तथा योग व प्राणायाम से यहां गर्दन, कमर व पीठ दर्द ठीक हो रही है। इसके अलावा यूरिक एसिड, कोलोस्ट्रोल व पेट के कई विकारों को भी दूर किया जा रहा है। मिट्टी से ही आंखों की एलर्जी को भी ठीक किया जा रहा है। इसके अलावा रीढ़ की हड्डी का एक और ऐसा दर्दनाक रोग है जिसे एंकीलोसिंग स्पॉन्डिलायटिस कहा जाता है। यह एक प्रकार की बहुत ही असाध्य रोगावस्था होती है। यह गठिया का एक आम प्रकार भी होता है।