Edited By Karuna, Updated: 23 Dec, 2018 02:25 PM
हमीरपुर जिले में एक ऐसा स्कूल है जहां छुटटी वाले दिन भी कक्षा लगती है और इस कक्षा में सरकारी के अलावा निजी स्कूल के भी नौनिहाल शिक्षा ग्रहण करने पहुंचते है। वाकायदा कक्षा में अध्यापक के तौर पर खंड विकास अधिकारी के पद पर तैनात अधिकारी शिक्षा के सारे...
हमीरपुर(अरविंदर) : हमीरपुर जिले में एक ऐसा स्कूल है जहां छुटटी वाले दिन भी कक्षा लगती है और इस कक्षा में सरकारी के अलावा निजी स्कूल के भी नौनिहाल शिक्षा ग्रहण करने पहुंचते है। वाकायदा कक्षा में अध्यापक के तौर पर खंड विकास अधिकारी के पद पर तैनात अधिकारी शिक्षा के सारे गुर सिखाते है। यह बात हमीरपुर जिला के राजकीय प्राथमिक स्कूल घंलू की है जहां पर खंड विकास अधिकारी यशपाल बच्चों को छुटटी वाले दिन ज्ञाान बांटते है। इसी कहावत को चरितार्थ करने में हमीरपुर जिला के टौणी देवी उपमंडल के खंड विकास अधिकारी यश पाल काफी दिनों से जुटे हुए है। यश पाल हमीरपुर जिला के नादौन उपमंडल की छोटी सी पंचायत घलुं के रहने वाले हैं
नैतिक शिक्षा का ज्ञान
हर रविवार और अन्य अवकाश दिवस पर बीडीओ यशपाल अपने गांव में जाकर प्राथमिक विद्यालय में अपनी पंचायत के छोटे-छोटे बच्चों को अंग्रेजी भाषा व नैतिक शिक्षा का ज्ञान देते हैं।यहां ए फॉर एप्पल के अलावा ए फॉर एंबुलेंस भी पढ़ाया जाता है। हिंदी वर्णमाला और अंग्रेजी के एल्फावेट के यहां वो मतलब भी नन्हें बच्चों को बताए जाते हैं जो उन्हें आगे चलकर न केवल एक अच्छा इंसान बनाएंगे बल्कि एक बेहतर राष्ट्र निर्माण में भी सहायक होंगे। हिंदी वर्णमाला और अंग्रेजी के अल्फाबेट के यहां वो मतलब भी नन्हें बच्चों को बताए जाते हैं।
देश में बढ रहे अपराध
बीडीओ यशपाल ने बताया कि समाज में बढ़ रही कुरीतियों जैसे नशा इत्यादि से वे काफी परेशान थे तथा देश में बढ रहे अपराध के समाचारों को देखकर उनमें यह बात उठी की क्यों न अपने गांव से शुरूआत की जाए तथा बडे लोगों को समझाने की बजाए, छोटे बच्चों को नैतिक शिक्षा दी र्जाए। उन्होंने कहा कि स्कूल में हम लोग ई लर्निंग पर भी जोर दे रहे हैं तथा एलईडी के माध्यम से बच्चों को नृत्य तथा अन्य शिक्षा भी दे रहे हैं।