Edited By Vijay, Updated: 13 Sep, 2025 04:02 PM

हिमाचल पुलिस में सेवारत हैड कांस्टेबल ऋतिश ठाकुर का चयन हिमाचल प्रदेश वित्त एवं लेखा सेवा (एचपीएफएएस) में हुआ है। यह उपलब्धि न केवल पुलिस विभाग और हिमाचल प्रदेश के लिए बल्कि विशेषकर जिला बिलासपुर के लिए भी गौरव का विषय है।
बिलासपुर: हिमाचल पुलिस में सेवारत हैड कांस्टेबल ऋतिश ठाकुर का चयन हिमाचल प्रदेश वित्त एवं लेखा सेवा (एचपीएफएएस) में हुआ है। यह उपलब्धि न केवल पुलिस विभाग और हिमाचल प्रदेश के लिए बल्कि विशेषकर जिला बिलासपुर के लिए भी गौरव का विषय है। हैड कांस्टेबल ऋतिश ठाकुर बिलासपुर जिला की निचली भटेड़ पंचायत के बघड़ गांव निवासी हैं। उनका परिवार सैन्य पृष्ठभूमि वाला है। ऋतिश के परदादा, दादा व पिता सभी भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं। इस गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने हिमाचल प्रदेश पुलिस में सेवा का मार्ग चुना और अब एचपीएफएएस जैसी प्रतिष्ठित सेवा में चयनित होकर अपनी प्रतिभा एवं परिश्रम का श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया है। ऋतिश मात्र 24 वर्ष की आयु में सैक्शन ऑफिसर के पद पर नियुक्ति पाने वाले अब तक के सबसे पहले युवा हैं।
वहीं पुलिस विभाग में भी अपने अल्प सेवाकाल में ही उन्होंने उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित की हैं। फरवरी 2025 में झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित 68वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट में उन्होंने आफिस ऑटोमेशन (कम्प्यूटर अवेयरनैस इवैंट) में स्वर्ण पदक जीता। इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अर्जित करना उनके असाधारण तकनीकी कौशल और मेहनत का परिणाम रहा। इस उपलब्धि के उपरांत उनकी सेवाओं को मान्यता देते हुए उन्हें आरक्षी से हैड कांस्टेबल पद पर पदोन्नत किया गया।
वर्ष 2023 में भी उनकी उत्कृष्ट सेवाओं को सम्मानित करते हुए उन्हें डीजीपी डिस्क और साइबर इन्वैस्टिगेटर बैज प्रदान किया गया। इन उपलब्धियों ने न केवल पुलिस विभाग में उनकी अलग पहचान बनाई बल्कि वे प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी बन कर उभरे। अपनी सफलता का श्रेय ऋतिश ईश्वर और परिवार के बड़े सदस्यों के आशीर्वाद को देते हैं। उनका कहना है कि परिवार की प्रेरणा और वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन उन्हें सदैव आगे बढ़ने की शक्ति देता रहा।