Edited By Ekta, Updated: 17 Jun, 2019 06:11 PM
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां सपना साकार होता दिख रहा है। सिरमौर जिला में सरकार द्वारा चलाया जा रहा ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ कार्यक्रम रंग लाया है। इस जिला में पिछले साल के दौरान सुकन्या जन्म दर में भारी वृद्धि हुई है। वर्ष 2018-19 के दौरान...
सिरमौर (सतीश): देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां सपना साकार होता दिख रहा है। सिरमौर जिला में सरकार द्वारा चलाया जा रहा ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ कार्यक्रम रंग लाया है। इस जिला में पिछले साल के दौरान सुकन्या जन्म दर में भारी वृद्धि हुई है। वर्ष 2018-19 के दौरान 4065 बालकों के मुकाबले 482 कन्याओं ने जन्म दिया है जो बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। जिला के पांवटा साहिब विकासखंड में सर्वाधिक 1509 लड़कों के मुकाबले 1588 कन्याओं ने जन्म लिया है। इसी प्रकार संगड़ाह ब्लॉक में 602 लड़कों के मुकाबले 634 कन्याएं, राजगढ़ में 372 लड़कों के मुकाबले 315 कन्याएं, शिलाई में 530 लड़कों के मुकाबले 530 कन्याएं,पछाद में 376 उनके मुकाबले 359 कन्याएं, जबकि नाहन में 652 लड़कों के मुकाबले 656 कन्याओं ने जन्म लिया है।
जिला उपायुक्त ललित जैन ने बताया कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ कार्यक्रम जिला में प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है जिसके तहत अनेकों माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सिरमौर जिला में 2011 की जनगणना के अनुसार कन्या जन्म दर लिंगानुपात 931 था जो अब बढ़कर 963 हो गया है। जिला उपायुक्त ने बताया कि कार्यक्रम के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए प्रशासन द्वारा बेटी के जन्म पर बधाई संदेश परिवार को भेजा जाता है। इसके अतिरिक्त निर्धन परिवार की बेटियों को 10 हजार की राशि बैंक फिक्स डिपॉजिट के रूप में प्रदान की गई उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 20 पंचायतों को सम्मानित भी किया गया। कुल मिलाकर ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ के सकारात्मक परिणाम जो पिछले जिला माने जाने वाले सिरमौर में सामने आए हैं, वह बेहद सराहनीय है जिसके लिए स्थानीय प्रशासन भी बधाई का पात्र है।