Edited By Jyoti M, Updated: 20 Mar, 2025 09:54 AM

वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान जिला हमीरपुर में विभिन्न बैंकों के माध्यम से 2149 करोड़ रुपये के ऋण आबंटित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हमीर भवन में जिला स्तरीय समीक्षा एवं बैंक सलाहकार समिति की बैठक के दौरान उपायुक्त अमरजीत सिंह ने नए वित्तीय...
हमीरपुर। वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान जिला हमीरपुर में विभिन्न बैंकों के माध्यम से 2149 करोड़ रुपये के ऋण आबंटित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हमीर भवन में जिला स्तरीय समीक्षा एवं बैंक सलाहकार समिति की बैठक के दौरान उपायुक्त अमरजीत सिंह ने नए वित्तीय वर्ष के लिए जिला ऋण योजना का विमोचन करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह चालू वित्त वर्ष की तुलना में 52 करोड़ रुपये अधिक है।
उपायुक्त ने बताया कि नए वित्तीय वर्ष में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए 1955 करोड़ रुपये के ऋण आवंटन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने सभी बैंकों के अधिकारियों से कहा कि वे आम लोगों के लिए ऋण आबंटन के प्रति सकारात्मकता एवं तत्परता के साथ कार्य करें। इससे जहां आम लोग बैंकों की ऋण योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे, वहीं बैंकों का कारोबार भी बढ़ेगा तथा जिला के ऋण-जमा अनुपात में भी बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही की समाप्ति तक जिला का ऋण-जमा अनुपात 23.76 प्रतिशत था, जिसमें काफी सुधार की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार की प्रायोजित एवं सब्सिडी योजनाओं के लाभार्थियों को ऋण आबंटन में अनावश्यक देरी नहीं होनी चाहिए तथा सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड दिए जाने चाहिए, ताकि वे आसानी से ऋण ले सकें। उपायुक्त ने कहा कि जिला के किसानों को फसल बीमा योजना के तहत करीब 10 करोड़ रुपये का क्लेम मंजूर किया जा चुका है जोकि पूरे प्रदेश में सर्वाधिक है।
स्वयं सहायता समूहों की क्रेडिट लिंकेज में भी जिला पहले स्थान पर है। बैठक में कई अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की गई। इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक के शिमला कार्यालय के अधिकारी भरतराज आनंद ने डिजिटल सुरक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डिजिटल बैंकिंग के विस्तार के साथ ही ठगी के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं और पढ़े-लिखे लोग भी इसका शिकार हो रहे हैं। उन्होंने बैंक अधिकारियों से आम लोगों को जागरुक करने की अपील की।
बैठक में मुख्य अग्रणी जिला प्रबंधक टशी नमग्याल ने विभिन्न योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। पीएनबी आरसेटी के निदेशक अजय कतना ने संस्थान की गतिविधियों एवं उपलब्धियों से अवगत करवाया। जिला परिषद अध्यक्ष बबली देवी, नाबार्ड के डीडीएम नरेश कुमार और विभिन्न बैंकों के अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया।