Edited By Vijay, Updated: 04 May, 2018 12:54 AM
सैर-सपाटा करने के लिए कुल्लू-मनाली आ रहे सैलानी जान जोखिम में डाल कर उफनती ब्यास में उतर रहे हैं। ब्यास की धारा में उतर कर सैल्फी लेने का शौक पर्यटकों के लिए काल बन सकता है।
कुल्लू: सैर-सपाटा करने के लिए कुल्लू-मनाली आ रहे सैलानी जान जोखिम में डाल कर उफनती ब्यास में उतर रहे हैं। ब्यास की धारा में उतर कर सैल्फी लेने का शौक पर्यटकों के लिए काल बन सकता है। पूर्व में हुई घटनाओं से भी सबक नहीं लिया जा रहा है। थलौट हादसे को अभी लोग भूले नहीं हैं, जिसमें 23 विद्यार्थी ब्यास नदी में बह गए थे। आए दिन भी इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। हालांकि प्रशासन ने पर्यटकों का आगाह करने के लिए ब्यास नदी के किनारे कई जगह साइन बोर्ड भी लगा रखे हैं लेकिन पर्यटक इन्हें नजरअंदाज कर जान को जोखिम में डाल रहे हैं।
पहले भी जा चुकी हैं पर्यटकों की जानें
स्थानीय लोगों में प्रताप, ललित, राजू व नंदलाल आदि ने बताया कि इससे पहले भी फ ोटो खींचने का शौक कई पर्यटकों की जान ले चुका है। हालांकि कई जगह प्रशासन ने चेतावनी बोर्ड लगाने के साथ-साथ नदी की ओर जाने वाले रास्ते पर बाड़बंदी भी कर रखी है लेकिन फि र भी सैलानी उफ नती ब्यास की ओर बढ़ रहे हैं।
क्या कहती हैं एस.पी. कुल्लू
एस.पी. कुल्लू शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि ब्यास नदी के किनारों पर जाने वाले पर्यटकों के लिए जगह-जगह चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं। गश्त के दौरान पुलिस के जवान भी पर्यटकों को आगाह करते रहते हैं। आम लोगों से भी अपील है कि वे भी सैलानियों को खतरे से आगाह करें।