Edited By Vijay, Updated: 06 Jan, 2024 07:57 PM
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड की तरफ से शनिवार को प्रबंधन वर्ग द्वारा कर्मचारियों का वेतन खाते में डाल दिया गया है और पैंशन को एक-दो दिनों में डालने का आश्वासन दिया है। वहीं पिछले पांच दिनों से संघर्षरत विद्युत कर्मियों व पैंशनर्ज में अब बोर्ड...
विद्युत कर्मियों व पैंशनर्ज में बोर्ड के अस्तित्व को लेकर बना संशय, 5वें दिन भी जारी रहा धरना-प्रदर्शन
शिमला (संतोष): हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड की तरफ से शनिवार को प्रबंधन वर्ग द्वारा कर्मचारियों का वेतन खाते में डाल दिया गया है और पैंशन को एक-दो दिनों में डालने का आश्वासन दिया है। वहीं पिछले पांच दिनों से संघर्षरत विद्युत कर्मियों व पैंशनर्ज में अब बोर्ड के अस्तित्व को लेकर संशय खड़ा हो गया है, जिससे कर्मचारियों व पैंशनर्ज में भारी रोष बना हुआ है। हिमाचल प्रदेश राज्य इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड इम्प्लाइज एंड इंजीनियर के ज्वाइंट फ्रंट का धरना-प्रदर्शन शनिवार को भी पूरे प्रदेश में बोर्ड कार्यालयों के बाहर भोजनावकाश के दौरान जारी रहा। शिमला में बोर्ड मुख्यालय के बाहर सैंकड़ों बिजली कर्मचारियों व पैंशनर्ज के धरने को फ्रंट के संयोजक ई. लोकेश ठाकुर व सह-संयोजक हीरा लाल वर्मा ने संबोधित किया। बिजली कर्मचारियों, अभियंता व पैंशनर्ज बिजली बोर्ड में एक स्थायी प्रबंध निदेशक व पुरानी पैंशन को लागू करने की मांग को लेकर पिछले पांच दिनों से संघर्षरत हैं।
बोर्ड की दशा सुधारना है मुद्दा
फ्रंट के संयोजक ई. लोकेश ठाकुर व सह संयोजक हीरा लाल वर्मा ने कहा कि वेतन व पैंशन आज मुद्दा नहीं है अपितु बिजली बोर्ड की 52 वर्ष में पहली बार खड़ी हुई इस बदहाली की स्थिति को सुधारना मुख्य मुद्दा है ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति पैदा न हो। फ्रंट के संयोजक लोकेश ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से हस्तक्षेप के बाद फ्रंट ने ऊना से प्रस्तावित राज्य स्तरीय प्रदर्शन को स्थगित किया है और मुख्यमंत्री से एक-दो दिनों में ज्वाइंट फ्रंट बैठक की उम्मीद रखता है।
मुद्दे नहीं हुए हल तो मंगलवार को फ्रंट लेगा बड़ा निर्णय
ज्वाइंट फ्रंट का आरोप है कि बिजली बोर्ड की परिस्थितियों को बिगाड़ने में वर्तमान प्रबंध निदेशक का सबसे बड़ा योगदान है। इन्हें तुरंत बोर्ड से हटाने की फ्रंट पुरजोर मांग करता है। फ्रंट ने बिजली कर्मचारियों को शीघ्र पुरानी पैंशन बहाल करने की मांग की है। फ्रंट का कहना है कि यदि इन मुद्दों का समाधान नहीं हुआ तो फ्रंट की अगली बैठक मंगलवार को तय है, जिसमें बोर्ड में स्थायी प्रबंध निदेशक व पुरानी पैंशन को लेकर अगले आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here