Edited By Punjab Kesari, Updated: 10 Feb, 2018 05:22 PM
आधी रात का समय और एकाएक हाईवे पर टैम्पो रोकने का इशारा होता है। ड्राइवर नीचे उतरता है और पूछने लगता है। उसे आभास भी नहीं कि गाड़ी रोकने वाला खुद ऊना जिला का पुलिस अधीक्षक है। पिकअप में सवार ड्राइवर का सहयोगी भी उन्हें रोकने का कारण पूछने लगता है।...
ऊना (सुरेंद्र): आधी रात का समय और एकाएक हाईवे पर टैम्पो रोकने का इशारा होता है। ड्राइवर नीचे उतरता है और पूछने लगता है। उसे आभास भी नहीं कि गाड़ी रोकने वाला खुद ऊना जिला का पुलिस अधीक्षक है। पिकअप में सवार ड्राइवर का सहयोगी भी उन्हें रोकने का कारण पूछने लगता है। तिरपाल से ढके टैम्पो की जांच की बात होती है तो दोनों व्यक्ति ले देकर मामले को रफा दफा करने की बात करते हैं। करीब एक हजार रुपए जेब से निकाल कर उन्हें जाने देने की बात करने लगते हैं। इसी बीच कुछ दूरी पर खड़े एस.पी. के ड्राइवर और सुरक्षा कर्मी पिकअप ट्राला में सवार दोनों व्यक्तियों को बताते हैं कि उन्हें पूछताछ कर रहे साहब एस.पी ऊना हैं। इस पर दोनों गिडग़ड़ाने और छोड़ देने का आग्रह करते हैं।
पिकअप ट्राला की तिरपाल हटाने पर उसमें 5 भैंसे ठूसीं पाई गईं। तत्काल पुलिस पार्टी को बुलाया गया। दोनों व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पिकअप ट्राले को जब्त कर लिया। दरअसल अमानवीय तरीके से पिकअप में 5 भैंसों को बुरी तरह से ठूंसा गया था और ऊपर से उसे तिरपाल से बंद कर दिया गया था। भैंसों को सांस तक न आए इस तरीके से उन्हें बंद कर दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में पशु अत्याचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत लियाकत अली पुत्र नशीर तथा मुनावर अंसारी पुत्र महमूद अंसारी दोनों वासी सहारनपुर को गिरफ्तार कर लिया है।
एस.पी. दिवाकर शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि रात्रि जब वह बंगाणा से आ रहे थे तो रास्ते में एक टैम्पो जो कि पूरी से ढका हुआ था को रोका गया। पहले तो ले देकर मामला रफा दफा करने का प्रयास पिकअप ट्राला में सवार करते रहे। जब उसकी जांच की गई तो 5 भैंसे उसमें बुरे तरीके से ठूंसी गईं थी। दोनों को पकडक़र उनसे पूछताछ की जा रही है।