Edited By Kuldeep, Updated: 20 Jan, 2024 10:39 PM
शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त सरकारी व निजी स्कूलों के 11वीं व 12वीं के छात्र भी सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ेंगे। यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो अगले शैक्षणिक सत्र में यह पाठ पाठ्यक्रम में शामिल हो जाएगा।
सोलन (पाल): शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त सरकारी व निजी स्कूलों के 11वीं व 12वीं के छात्र भी सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ेंगे। यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो अगले शैक्षणिक सत्र में यह पाठ पाठ्यक्रम में शामिल हो जाएगा। राज्य शैक्षिक अनुंसधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एस.सी.ई.आर.टी.) सोलन इस अध्याय को तैयार कर रही है। इसके लिए एस.सी.ई.आर.टी. में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें करीब 10 शिक्षाविदों ने इस अध्याय को लेकर विस्तार की चर्चा की है। 11वीं व 12वीं में अंग्रेजी विषय में सड़क सुरक्षा पर अलग से एक अध्याय होगा। 11वीं व 12वीं में अंग्रेजी ही एक ऐसा विषय है जिसे आर्ट्स, साइंस, कॉर्मस व वोकेशनल के साथ अन्य सभी स्ट्रीमों के छात्रों को पढ़ना अनिवार्य होता है। इसलिए इस पाठ को अंग्रेजी के पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है। सड़क सुरक्षा पर एस.सी.ई.आर.टी. ने 6 चैप्टर तैयार किए हैं।
प्रदेश में कक्षा पांच के छात्र वर्ष 2018 से सड़क सुरक्षा के पाठ को पढ़ रहे हैं। 5वीं कक्षा में यह पाठ नागरिक शास्त्र पाठ्यक्रम का हिस्सा है। एस.सी.ई.आर.टी. सोलन ने ही इस पाठ को तैयार किया है। इसके बाद सड़क सुरक्षा का पाठ कक्षा छठी से लेकर 10वीं तक भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बन गया है। मई 2022 में छठी से लेकर 10वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल हो गया था। प्रदेश सरकार ने अक्तूबर-नवम्बर में एस.सी.ई.आर.टी. को 11वीं व 12वीं के लिए भी सड़क सुरक्षा पर पाठ तैयार करने के निर्देश दिए। इसके बाद इस 11वीं व 12वीं के लिए इस पाठ को तैयार करने के लिए काम चला हुआ है। अभी पहले दौर की कार्यशाला हुई है। इस प्रकार की एस.सी.ई.आर.टी. में तीन-चार और कार्यशाला अभी और होनी हैं। पाठ तैयार करने के बाद इस पर भी फील्ड में भी काम किया जाएगा। सकारात्मक परिणाम आने के बाद इसे सरकार को भेजा जाएगा। एस.सी.ई.आर.टी. की मार्च तक दोनों कक्षाओं के लिए पाठ तैयार करने की योजना है ताकि अगले शैक्षणिक सत्र में यह पाठ्यक्रम का हिस्सा बन सके।
यहां पर विदित रहे कि हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटना के मामलों में लगातार बढ़ रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए छात्र जीवन से ही बच्चों को तैयार किया जा रहा है। बच्चे ताकि सड़क सुरक्षा का अलग समाज में जगाने का काम करें। 5वीं से लेकर 12वीं तक जब बच्चों ने सड़क सुरक्षा के पाठ पढ़ा होगा तो वे बड़े होने पर जब स्वयं वाहन चलाएंगे के तो सड़क सुरक्षा के महत्व का समझेंगे। यातायात नियमों का भी पालन करेंगे और सावधानी के साथ वाहन भी चलाएंगे। इससे सड़क हादसों में भी कमी आएगी। एस.सी.ई.आर.टी. में आयोजित कार्यशाला की समन्वयक वीना ठाकुर ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यशाला में सड़क सुरक्षा पर अध्याय तैयार करने को लेकर चर्चा हुई। यह कार्यशाला का प्रथम चरण था। इसी तरह के अभी दो-तीन चरण होंगे। मार्च तक इसे अंतिम रूप देकर सरकार को भेजा जाएगा। सड़क सुरक्षा पर एस.सी.ई.आर.टी. ने 6 चैप्टर तैयार किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार यातायात सुरक्षा बारे स्कूली बच्चों को जागरूक करने का प्रयास कर रही है सरकार के आदेश के बाद ही इस पाठ्यक्रम को तैयार किया जा रहा है।