हिमाचल में बर्फबारी से खिले पहाड़, भरमौर व होली का संपर्क देश-दुनिया से कट

Edited By Vijay, Updated: 02 Feb, 2024 12:03 AM

snowfall in himachal

प्रकृति के नजारे देखने के लिए पहाड़ तैयार हैं। बर्फ से लकदक और सुंदरता को चार चांद लगाते और पर्यटकों को रोमांचित करती बर्फबारी पर्यटकों का इंतजार कर रही है। वीरवार को हिमाचल में ऑरैंज अलर्ट के बीच झमाझम मेघ बरसे हैं और प्रदेश के 8 जिलों में बर्फबारी...

ऑरैंज अलर्ट के बीच झमाझम बरसे मेघ, 8 जिलों में बर्फबारी 
शिमला/कुल्लू (ब्यूरो/दिलीप):
प्रकृति के नजारे देखने के लिए पहाड़ तैयार हैं। बर्फ से लकदक और सुंदरता को चार चांद लगाते और पर्यटकों को रोमांचित करती बर्फबारी पर्यटकों का इंतजार कर रही है। वीरवार को हिमाचल में ऑरैंज अलर्ट के बीच झमाझम मेघ बरसे हैं और प्रदेश के 8 जिलों में बर्फबारी का दौर जारी रहा। शिमला, मनाली, खजियार व मैक्लोडगंज सीजन का पहला हिमपात होने से लोगों सहित पर्यटकों में खुशी छा गई है लेकिन साथ ही दुश्वारियां भी बढ़ गई हैं। वीरवार को भुंतर में सबसे अधिक 17 मिलीमीटर वर्षा हुई है। बर्फबारी के कारण जनजातीय क्षेत्र भरमौर व होली का संपर्क देश-दुनिया से कट गया है। यहां बर्फबारी के कारण सभी मार्ग बंद हो गए हैं। वहीं सिरमौर जिले के दूरदराज क्षेत्र नौहराधार व हरिपुरधार में भी गुरुवार सुबह सीजन का पहला हिमपात हुआ है।  पर्यटन केंद्र कुफरी सहित आसपास के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दूसरे दिन भी रुक-रुक कर हिमपात जारी रहा। वहीं कांगड़ा जिले के मैक्लोडगंज व आसपास के क्षेत्रों में हिमपात हुआ है। 
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जनजातीय जिला किन्नौर के ऊपरी क्षेत्रों नेसंग, पूह, आसरंग, छितकुल, रकछम, कल्पा, रोपा, यांगपा, मीरू, निचार व रामनी क्षेत्रों में 5 से 7 इंच तक ताजा हिमपात दर्ज हुआ है जबकि जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में 3 इंच ताजा हिमपात हुआ है तथा इस बर्फबारी के कारण जिले में जनजीवन प्रभावित भी हुआ है। लाहौल में बर्फबारी के कारण हिमस्खलन गिरने का खतरा बना रहता है इसलिए डीसी लाहौल-स्पीति राहुल कुमार ने सभी लोगों से अपील की है कि वे भारी हिमपात को देखते हुए जिला प्रशासन तथा पुलिस विभाग ने आम जनता से आग्रह किया है कि वे अनावश्यक यात्रा न करें। अटल टनल के साऊथ पोर्टल में 3 फुट और नार्थ पोर्टल में डेढ़ फुट हिमपात हुआ।  उधर, बर्फबारी के चलते मनाली में नए पुल के समीप पेड़ गिरने से करीब 8 गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। राहत की बात यह रही कि हादसे के समय गाड़ियों में कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था। 

सनाभा से खड़ापत्थर के बीच फंसे 25 यात्री किए रैस्क्यू 
भारी बर्फबारी के चलते ठियोग-हाटकोटी राष्ट्रीय राजमार्ग सनाभा से खड़ापत्थर के बीच  फंसे 10 से 12 हल्के वाहनों में सवार लगभग 25 यात्री सकुशल रैस्क्यू कर सुरक्षित स्थान तक पहुंचा दिए गए हैं। एसडीएम जुब्बल ने रोहड़ू, जुब्बल के लोगों से ठियोग-हाटकोटी राष्ट्रीय राजमार्ग पर अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।

पांगी के मूर्छ गांव में हिमस्खलन का खतरा, 19 पंचायतों के लोग घरों में कैद
 पांगी घाटी के ग्राम पंचायत सेचू के मूर्छ गांव पर एक बार फिर हिमस्खलन का खतरा मंडराता हुआ है क्योंकि मूर्छ गांव में दो बार हिमखंड जैसी आपदा आ चुकी है। यह गांव 12 हजार की ऊंचाई पर पर है। गांव में करीब 35 परिवार रहते हैं। गांव के पंचायत तकरीबन 8 किलोमीटर दूर है। पांगी प्रशासन से हालांकि गांव की स्थिति जानने के लिए वार्ड सदस्य से संपर्क किया जा रहा है। तहसीलदार पांगी शांता कुमार ने बताया कि घाटी के 19 पंचायतों के लोग घरों में कैद हो गए हैं। प्रशासन 19 पंचायतों के प्रधानों से संपर्क साध रहा है। 

6 नैशनल हाईवे सहित 241 सड़कें अवरुद्ध 
गुरुवार सुबह तक बर्फबारी के कारण प्रदेश में 6 नैशनल हाईवे सहित 241 सड़कें अवरुद्ध रहीं। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में सबसे ज्यादा 2 नैशनल हाईवे सहित 139 सड़कें बंद हैं। यहां एनएच-505 व एनएच-03 बंद हैं जबकि सड़कों में लाहौल मंडल की 86, उदयपुर मंडल की 48 और स्पीति मंडल की 6 सड़कें अवरुद्ध हैं। चम्बा जिले में 38, किन्नौर में 25, मंडी में 14, शिमला में 13, कुल्लू में 3 और कांगड़ा में 1 सड़क अवरुद्ध है। कुल्लू में 3 नैशनल हाईवे एनएन-03 रोहतांग के पास, एनएच-03 मनाली से अटल टनल और एनएच-305 बंद है। किन्नौर में एनएच-05 भी बर्फबारी से बंद है। विभाग के अनुसार यदि शुक्रवार को मौसम साफ रहा तो 90 से अधिक सड़कों को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। 

376 रूटों पर बस सेवा प्रभावित
बर्फबारी के कारण प्रदेश के 376 रूटों पर एचआरटीसी बस सेवा प्रभावित रही। सुबह से ही हुई भारी बर्फबारी के कारण इन रूटों पर बसें नहीं चलीं। शिमला डिवीजन में सबसे ज्यादा 103 रूट प्रभावित हुए हैं। एचआरटीसी के अलावा निजी बसें भी बर्फबारी के कारण अपने रूटों पर नहीं चल पाईं। रोहतांग अटल टनल के आसपास मनाली, केलांग, डल्हौजी और पांगी, भरमौर, किन्नौर, मनाली व जिला शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में बीते रोज से ही यातायात ठप्प पड़ गया था। निगम ने बर्फ वाले क्षेत्रों में रात्रि सेवाएं भी बंद कर दी हैं। सड़कें सामान्य होने पर ही बर्फबारी वाले क्षेत्रों में बस सेवाएं आरंभ की जाएगी।

हवाई सेवाओं पर भी असर
खराब मौसम के चलते गग्गल एयरपोर्ट पर मात्र एक ही फ्लाइट स्पाइस जैट की लैंड की, जबकि इंडिगो का विमान दिल्ली से तो आया लेकिन खराब मौसम के कारण आधे रास्ते से ही वापस लौट गया, जबकि बाकी की 3 उड़ानें रद्द हो गईं। एयरपोर्ट के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि गग्गल एयरपोर्ट पर दिल्ली से आने वाली नियमित 5 उड़ानों में आज मात्र एक ही उड़ान गग्गल एयरपोर्ट पर लैंड कर पाई। उधर घना कोहरा के कारण विजिबिलिटी कम होने की वजह से भुंतर एयरपोर्ट से फ्लाइट नहीं हो रही है। 23 दिसम्बर के बाद सिर्फ 3 उड़ानें हुई हैं।

3 फरवरी से फिर रहेगा यैला अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डाॅ. सुरिंद्र पाल ने कहा कि शुक्रवार को मौसम थोड़ा राहत भरा रहेगा, लेकिन 3 फरवरी से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसके चलते 3 से 5 फरवरी तक गरज के साथ बारिश व बर्फबारी का यैलो अलर्ट रहेगा। उसके बाद मौसम सामान्य हो जाएगा और मौसम आमतौर पर साफ व शुष्क रहेगा।
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