Edited By Vijay, Updated: 15 Mar, 2024 11:22 PM
अली खड्ड से पानी आंदोलन मामले मुद्दा शुक्रवार को फिर से गर्मा गया है। इस मामले में पुलिस द्वारा बिलासपुर के आंदोलनकारियों पर दर्ज किए गए केस में 6 महिलाओं को शनिवार को पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने बुलाया। इस पुलिस कार्रवाई ने शांत होते मामले को फिर...
बिलासपुर (विशाल): अली खड्ड से पानी आंदोलन मामले मुद्दा शुक्रवार को फिर से गर्मा गया है। इस मामले में पुलिस द्वारा बिलासपुर के आंदोलनकारियों पर दर्ज किए गए केस में 6 महिलाओं को शनिवार को पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने बुलाया। इस पुलिस कार्रवाई ने शांत होते मामले को फिर से गर्मा दिया। अली खड्ड संघर्ष समिति ने इस मामले में आपात बैठक बुला ली। बैठक में लोगों ने ऐलान कर दिया कि डराने व धमकाने की पुलिस की इस कोशिश का डटकर सामना किया जाएगा। बैठक में एक मत से स्पष्ट किया गया कि बिना किंतु-परंतु से इस पुलिस कार्रवाई के खिलाफ सीधी जंग लड़ी जाएगी क्योंकि निर्दोष महिलाओं को पूछताछ हेतु थाने में बुलाए जाने का पुलिस का कृत्य गलत है व इस गलत पुलिस कार्रवाई की शिकायत मानवाधिकार आयोग व महिला आयोग को दी जाएगी। समिति का कहना है कि पुलिस यूं तो इस बात पर जोर देती है कि महिलाओं से कोई भी पूछताछ उनके घर जाकर ही कर ली जाए। डीजीपी पुलिस भी कई बार यह बात विभिन्न जगहों पर कह चुके हैं लेकिन इस मामले में पुलिस ने जानबूझ कर तंग करने की दृष्टि से महिलाओं को थाने बुला कर घंटों बिठाए रखा व उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया। इन महिलाओं पर तो केस भी दर्ज नहीं हैं।
आंदोलनकारियों व अर्की पुलिस के बीच 13 फरवरी को हुआ था टकराव
गौरतलब है कि अली खड्ड से अर्की-सोलन की लिए पानी उठाने की योजना का विरोध कर रहे बिलासपुर जिला के आंदोलनकारियों व अर्की पुलिस के बीच गत 13 फरवरी को टकराव हुआ था। मामला खूब गर्माया तो सरकार ने जांच हेतु एसआईटी गठित कर दी। जांच चल रही है लेकिन शुक्रवार को पुलिस ने बिलासपुर की ऐसी 6 महिलाओं को पूछताछ हेतु थाने में बुला कर पूछताछ की जिन पर न तो एफआईआर दर्ज है व न ही 13 फरवरी को हंगामे के दौरान उनका खड्ड पार कर निर्माण स्थल पर जाना पाया गया है। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी मामले की जांच हेतु गठित एसआईटी पर आंदोलनकारियों को डराने-धमकाने के आरोप लग चुके हैं।
पुलिस के कहने से कहीं हस्ताक्षर न करने की संघर्ष समिति की अपील
पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए दाड़ला पुलिस थाने में बुलाई गई ये महिलाएं सिकरोहा पंचायत के साई नोड़ुवा गांव की हैं। समिति व ग्रामीणों का आरोप है कि पूछताछ के दौरान इन महिलाओं को डराया-धमकाया गया व क्षेत्र की अन्य महिलाओं के नाम लिखाने के लिए उन पर दबाव डाला गया। वहीं संघर्ष समिति की आपात बैठक में क्षेत्र के लोगों विशेषकर महिलाओं को सचेत किया गया कि वे किसी भी पुलिस अधिकारी के कहने पर कहीं कोई हस्ताक्षर न करें।
पूछताछ के लिए महिलाओं ने खुद आने की बात कही : डीएसपी
वहीं इस मामले में एसआईटी के मुखिया डीएसपी भीष्म ठाकुर का कहना है कि महिलाओं से डीएसपी कार्यालय में महिला पुलिस अधिकारी द्वारा ही पूछताछ की गई है। महिलाओं से पुलिस उनके पास जाकर ही पूछताछ करने वाली थी लेकिन महिलाओं ने खुद आने की बात कही। उन्होंने कहा कि पूछताछ एक साधारण प्रक्रिया है। मामले की तह तक जाने के लिए यह आवश्यक भी है। उन्होंने अपील की कि सभी को अच्छे नागरिक की तरह जांच में सहयोग करना चाहिए व पुलिस बेवजह किसी को भी परेशान नहीं करेगी।
आंदोलन के 51 दिन पूरे
उधर, अली खड्ड पानी विवाद को लेकर बिलासपुर के त्रिवेणीघाट में अली खड्ड पानी बचाओ आंदोलन को चलते हुए शुक्रवार को 51 दिन पूरे हो गए व त्रिवेणीघाट पर चल रहा क्रमिक अनशन भी अपने 36 दिन पूरे कर गया। शुक्रवार को कर्मचंद ठाकुर, रजनीश शर्मा, सुरेंद्र ठाकुर, मुकेश ठाकुर, बिट्टू शर्मा, परस राम व रवि शर्मा भूख हड़ताल पर बैठे।
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