Edited By Kuldeep, Updated: 16 Nov, 2024 09:23 PM
पूर्वानुमान के बावजूद भी राज्य में बारिश व बर्फबारी नहीं हुई है। हालांकि हिमालयी रेंज के कुछ हिस्सों में हल्की-फुल्की वर्षा जरूर हुई है, लेकिन अब शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है।
शिमला (संतोष): पूर्वानुमान के बावजूद भी राज्य में बारिश व बर्फबारी नहीं हुई है। हालांकि हिमालयी रेंज के कुछ हिस्सों में हल्की-फुल्की वर्षा जरूर हुई है, लेकिन अब शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। ताबो में सबसे सर्द रात रिकार्ड की गई है और यहां पर न्यूनतम तापमान माइनस 7.6 डिग्री रिकार्ड किया गया है, जबकि कुकुमसेरी, केलांग व समधो में भी तापमान माइनस में चला गया है।
शनिवार को अधिकतम तापमान की बात करें तो ऊना में 27.6 डिग्री रिकार्ड किया गया है। राजधानी शिमला का पारा भी लुढ़का है और यहां 18 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार से गुरुवार तक प्रदेश में मौसम के साफ व शुष्क रहने की संभावनाएं हैं, लेकिन 18 से 20 नवम्बर तक भाखड़ा बांध के जलाशय क्षेत्रों के कई हिस्सों और बल्ह घाटी में देर रात, तड़के व सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावनाएं हैं। 22 नवम्बर को प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा/हिमपात होने के आसार हैं, जबकि मध्य व मैदानी इलाके शुष्क रहेंगे।
राज्य में अब शीतलहर के चलते लोगों को ठंडक का खूब अहसास करवा दिया है। लाहौल-स्पीति के सिस्सू के खंगसर में पहाड़ी पर बर्फ जमा हो गई है, जबकि यहां अब ब्लैक आइस का खतरा पैदा हो गया है। पुलिस द्वारा पर्यटकों व लोगों को आगाह किया जा रहा है। ब्लैक आइस में तापमान गिरने पर सड़कों पर कोहरा जम जाता है और इस बर्फ के नीचे सड़क की काली सतह एकदम साफ नजर आती है, जो एकदम पारदर्शी होती है। ब्लैक आइस जमने पर सड़कें बहुत फिसलन भरी हो जाती हैं और सड़क हादसों का अंदेशा बढ़ जाता है। बता दें कि प्रदेश में इससे सूखे के कारण हालात खराब होते जा रहे हैं। पिछले करीब 47 दिनों से बारिश नहीं हुई है और इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ी है।