Edited By Simpy Khanna, Updated: 21 Aug, 2019 09:54 AM
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर विश्वास जताया है कि कश्मीर समस्या के समाधान के पश्चात अब जनसंख्या नियंत्रण भी होकर रहेगा।
पालमपुर (ब्यूरो): पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर विश्वास जताया है कि कश्मीर समस्या के समाधान के पश्चात अब जनसंख्या नियंत्रण भी होकर रहेगा। बकौल शांता कुमार 15 अगस्त के भाषण में प्रधानमंत्री द्वारा इस समस्या के उल्लेख से उन्हें ही नहीं पूरे देश को यह विश्वास हो गया है कि कश्मीर समस्या के समाधान के बाद अब जनसंख्या नियंत्रण अवश्य होकर रहेगा। कश्मीर समस्या की तरह जनसंख्या विस्फोट की समस्या पर भी एक राष्ट्रीय सहमति बन चुकी है।
प्रधानमंत्री को लिखे अपने एक पत्र में धारा 370 को समाप्त करने के लिए बधाई देते हुए कहा है कि उन्हें अब पूरा भरोसा हो गया है कि प्रधानमंत्री की कार्य सूची में जनसंख्या नियंत्रण अब दूसरा विषय है क्योंकि प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में पहली बार सार्वजनिक रूप से इस समस्या को जनसंख्या विस्फोट कह कर पुकारा और यह भी कहा कि जनसंख्या विस्फोट आने वाली पीढ़ी के लिए बहुत बड़ा संकट है।
शांता कुमार ने लिखा है कि प्रधानमंत्री ने जब छोटे समूह में सांसदों से बात की थी तो उन्होंने उन्हें कहा था कि केंद्र की योजनाएं देश का कायाकल्प करेंगी परन्तु उन योजनाओं का बहुत अधिक लाभ बढ़ती आबादी का राक्षस निगल जाएगा। केंद्र सरकार दिन-रात विकास के लिए काम कर रही है। अन्त्योदय पर आधारित नई योजनाएं लागू की जा रही हैं परन्तु हर वर्ष एक करोड़ 70 लाख बढ़ती हुई आबादी उन योजनाओं के लाभ को निगल रही है।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि यह समस्या अब सचमुच एक बम के विस्फोट का रूप ले चुकी है। केंद्र सरकार के सभी प्रयत्नों के बाद भी आॢथक विषमता इतनी है कि ग्लोबल हंगर इंडैक्स के अनुसार लगभग 18 करोड़ भारतीय रात को भूखे पेट सोते हैं। उन्होने लिखा है कि सरकार द्वारा रोजगार देने के बाद भी बढ़ती आबादी के कारण बेरोजगारी बढ़ रही है।