Edited By kirti, Updated: 20 Jan, 2020 12:22 PM
पिछले कुछ अरसे में स्कूली बसों की हुई दुर्घटनाओं के बाद प्रशासन बेशक नहीं जागा है लेकिन अविभावक जागरूक हो गए है। आज ऊना के लालसिंगी में अपने बच्चो को स्कूली बसों में भेड़ बकरियों की तरह ठूंसे जाने से नाराज परिजनों ने एक निजी स्कूल की दो बसों को रोक...
ऊना (अमित): पिछले कुछ अरसे में स्कूली बसों की हुई दुर्घटनाओं के बाद प्रशासन बेशक नहीं जागा है लेकिन अविभावक जागरूक हो गए है। आज ऊना के लालसिंगी में अपने बच्चो को स्कूली बसों में भेड़ बकरियों की तरह ठूंसे जाने से नाराज परिजनों ने एक निजी स्कूल की दो बसों को रोक लिया। ऊना सदर से कांग्रेस के विधायक सतपाल रायजादा के गृह गांव के अविभावकों ने बसों को रोकने के बाद विधायक को भी मौका पर बुलाया और प्रशासन को अवगत कराने की मांग उठाई। जिसके बाद विधायक सतपाल रायजादा ने प्रशासनिक अधिकारीयों को फोन कर ऐसी बसों पर कार्रवाई करने को कहा।
विधायक के दखल के बाद आनन फानन में यातायात पुलिस मौका पर पहुंची और दोनों बसों के दस्तावेज जांचने के बाद बसों को जब्त कर लिया। वहीँ बसों में सवार बच्चो को स्कूल से अन्य तीन बसें मंगवाकर उसमें स्कूल भेजा गया। विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि कुछ समय पहले कांगड़ा के नूरपुर में एक बड़ा हादसा पेश आया था जिसके बाद सरकार और प्रशासन सबक नहीं ले रहे है। रायजादा ने कहा कि समाज का दायित्व बनता है कि अगर बसों में इस तरह बच्चों को ले जाया जा रहा है तो तत्काल उनके खिलाफ आवाज उठाएं।