Edited By Punjab Kesari, Updated: 24 Aug, 2017 06:01 PM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की अभद्रता के चलते हिमाचल में विधानसभा सत्र नहीं चल पाता है।
ऊना: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की अभद्रता के चलते हिमाचल में विधानसभा सत्र नहीं चल पाता है। यदि सत्ता पक्ष विधानसभा में विपक्ष की आवाज को दबाएगा तो विपक्ष शोर ही करेगा और क्या करेगा। यह बात ऊना के विश्रामगृह में पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कही। उन्होंने कहा कि विपक्ष के तौर पर भाजपा विधायकों ने जनहित के सभी बिल पास करवाए हैं लेकिन विस के नियमों को तोड़-मरोड़ कर सत्तापक्ष विपक्ष की आवाज को दबाने में लगा रहता है। लोकतंत्र चलाना पक्ष और विपक्ष दोनों की जिम्मेदारी है लेकिन वीरभद्र सिंह भाजपा विधायकों को जलील करने में लगे रहते हैं।
नारेबाजी अच्छी नहीं लगाती पर क्या करें मजबूरी है
उन्होंने कहा कि विस के बाहर खड़े रहकर 4-4 घंटे नारे लगाना अच्छा नहीं लगता लेकिन क्या करें मजबूरी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री किसी भी क्षेत्र के दौरे पर किसी कार्यक्रम में स्थानीय विधायकों को नहीं बुलाते, न किसी कार्यक्रम में भाजपा विधायकों को बोलने देते हैं और न विधानसभा में।
तोड़-मरोड़ कर पेश किया अनुराग का बयान
एम्स को लेकर सांसद अनुराग ठाकुर के बयान पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एम्स किसी एक के प्रयासों से नहीं बल्कि सभी के संयुक्त प्रयासों से मिला है। किसी कंट्रोवर्सी में न पड़कर इसको जल्द शुरू करवाया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि एम्स सहित विभिन्न प्रोजैक्टों को लाने में सांसदों सहित केंद्रीय नेताओं का पूरा सहयोग रहा है। अनुराग ठाकुर के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।