Edited By Vijay, Updated: 01 May, 2021 10:05 PM
पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चम्बा में एक कोरोना पॉजिटिव महिला का सुरक्षित प्रसव करवाया गया। जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। सलूणी उपमंडल के वांगल क्षेत्र के मदरूडी गांव की हिमानी (25) पत्नी अतुल राठौर को शुक्रवार को प्रसव पीड़ा...
चम्बा (काकू चौहान): पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चम्बा में एक कोरोना पॉजिटिव महिला का सुरक्षित प्रसव करवाया गया। जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। सलूणी उपमंडल के वांगल क्षेत्र के मदरूडी गांव की हिमानी (25) पत्नी अतुल राठौर को शुक्रवार को प्रसव पीड़ा हुई, जिसके चलते उसे रात करीब 3 बजे आपातकालीन कक्ष में लाया गया लेकिन रात को प्रसव करवाना संभव नहीं था। वहीं प्रसव के लिए अभी समय था। इसके चलते एमरजैंसी में तैनात चिकित्सक ने उसे दाखिल करवा दिया। सुबह करीब साढ़े 7 बजे गायनी स्पैशलिस्ट डॉ. विवेक कौशल के नेतृत्व में एनैस्थीसिया एचओडी डॉ. परवेज तनेजा, ओटीए कमलकांत, सुनीत सिंह, रमेश ठाकुर, श्रुति, किरण व समृति ने ऑप्रेशन शुरू किया।
2 घंटे तक चला ऑप्रेशन
डॉक्टरों की टीम ने 8 बजे प्रसव करवा दिया और लगभग 9 बजकर 15 मिनट पर ऑप्रेशन पूरा कर लिया। करीब 2 घंटे चले इस ऑप्रेशन के दौरान पूरी टीम पीपीई किट में तैनात रही। वहीं कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ऑप्रेशन किया गया। प्रसव के बाद महिला को नवजात समेत अस्पताल की चौथी मंजिल में अन्य कोरोना मरीजों से अलग रखा गया है। उसके लिए अलग से स्टाफ नियुक्त किया गया है।
महिला 5 दिन पहले आई थी पॉजिटिव
गायनी विशेषज्ञ डॉ. विवेक कौशल ने बताया कि वह टांडा मेडिकल कॉलेज में तैनात हैं। उनकी चम्बा में डैपुटेशन पर ड्यूटी लगी है। 31 मई तक वह चम्बा में सेवाएं देंगे। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिला को शुक्रवार रात को अस्पताल लाया गया था। सभी रिपोर्ट्स चैक करने पर पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव है। 26 अप्रैल को उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके चलते पीपीई किट में महिला का प्रसव किया गया। उन्होंने कहा कि पीपीई किट में इस तरह के ऑप्रेशन करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है, बाकी सामान्य मरीजों की तरह ही यह ऑप्रेशन किया गया। उन्होंने कहा कि जच्चा-बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
नवजात का कोरोना टैस्ट नहीं किया : एमएस
मेडिकल कॉलेज चम्बा के एमएस डॉ. मोहन सिंह ने बताया कि महिला व नवजात को अन्य कोरोना संक्रमित मरीजों से अलग रखा गया है। उनकी देखभाल के लिए स्टाफ की भी अलग से नियुक्ति की गई है। फिलहाल नवजात का कोरोना टैस्ट नहीं किया गया है। उच्चाधिकारियों से विचार-विमर्श के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।