Rohtang Tunnel में फिर मुसीबत बना सेरी नाले का पानी, BRO की दिक्कतें बढ़ीं

Edited By Vijay, Updated: 12 Sep, 2019 08:31 PM

rohtang tunnel

रक्षा मंत्रालय के सबसे महत्वपूर्ण प्रोजैक्ट्स में शामिल रोहतांग टनल को तैयार करने में जहां बीआरओ ने अपनी पूरी ताकत झोंक डाली है, वहीं टनल के भीतर सेरी नाले के पानी से हो रहे रिसाव से निपटने में जो समय लग रहा है उससे कयास लगाए जा रहे हैं कि टनल अपने...

मनाली (सोनू): रक्षा मंत्रालय के सबसे महत्वपूर्ण प्रोजैक्ट्स में शामिल रोहतांग टनल को तैयार करने में जहां बीआरओ ने अपनी पूरी ताकत झोंक डाली है, वहीं टनल के भीतर सेरी नाले के पानी से हो रहे रिसाव से निपटने में जो समय लग रहा है उससे कयास लगाए जा रहे हैं कि टनल अपने तय समय से करीब 6 माह बाद तैयार होगी। यही नहीं, टनल के निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए 18 सितम्बर को बीआरओ के डीजी हरपाल सिंह विशेष तौर पर मनाली पहुंच रहे हैं, ऐसे में बीआरओ जहां टनल के निर्माण कार्य की प्रोग्रैस रिपोर्ट तैयार करने में जुट गया है, वहीं टनल के भीतर के 300 मीटर क्षेत्र में सेरी नाले के पानी ने सबकी दिक्कतें भी बढ़ा डाली हैं। हालांकि बीआरओ ने जहां सेरी नाले के पानी को चैनेलाइज कर दिया है।

सरकार वाजपेयी की जयंती पर देश को समर्पित करना चाहती है टनल

टनल में एक कंकरीट का पुल भी तैयार किया जा रहा है, ऐसे में टनल के भीतर जहां गत 2 माह से वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह रोका गया है, वहीं सरकार का प्रयास है कि रोहतांग टनल को 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर देश को समर्पित किया जाए लेकिन टनल के भीतर आए दिन पैदा हो रही नई-नई चुनौतियां बीआरओ के लिए किसी आफत से कम नहीं हैं, ऐसे में बीआरओ भी अपनी तरफ  से यह प्रयास कर रहा है कि रोहतांग टनल को तय समयावधि में तैयार किया जाए लेकिन परिस्थितियां कुछ और ही हकीकत बयां कर रही हैं।

रोहतांग टनल के तैयार होने का सभी को इंतजार

उल्लेखनीय है कि लाहौल घाटी को 12 माह शेष विश्व से जोड़े रखने व लेह-लद्दाख में बैठे देश के प्रहरियों तक आसानी से रसद पहुंचाने में अहम भूमिका अदा करने वाली रोहतांग टनल के तैयार होने का सभी को इंतजार है। वहीं टनल के निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए 18 सितम्बर को बीआरओ के डीजी हरपाल सिंह विशेष तौर पर मनाली पहुंच रहे हैं। बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि टनल के निर्माण कार्य की प्रोग्रैस रिपोर्ट तैयार कर ली गई है जबकि टनल के भीतर कौन-कौन-सी नई चुनौतियां देखने को मिली हैं इस विषय को लेकर भी डीसी से चर्चा की जानी है। बता दें कि रोहतांग टनल के बन जाने के बाद जहां लाहौल-स्पीति की किस्मत ही बदल जाएगी, वहीं यहां के पर्यटन करोबार को भी रफ्तार मिलेगी, ऐसे में रोहतांग टनल को तय समय में तैयार करने के लिए बीआरओ ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

लाहौल वासियों और सेना के लिए महत्वपूर्ण है रोहतांग टनल

बता दें कि पीर पंजाल की पहाडिय़ों में बनाई जा रही इस आधुनिक व महत्वपूर्ण सुरंग को 4,000 करोड़ रुपए से तैयार किया जा रहा है। 8.9 किलोमीटर लंबी रोहतांग टनल से जहां लाहौल का संपर्क विश्व से सालभर बना रहेगा, वहीं लाहौल के लोगों को सर्दियों में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं रहेगी। यही नहीं, सीमा पर भारतीय सेना की ताकत भी टनल के बन जाने के बाद बढ़ जाएगी। बीआरओ चीफ  इंजीनियर विशेष सेवा मैडल प्राप्त ब्रिगेडियर केपी पुरुषोथमन का कहना है कि टनल का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। बीआरओ के डीजी हरपाल सिंह रोहतांग सुरंग के निर्माण कार्य का जायजा लेने 18 सितम्बर को मनाली आ रहे हैं।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!