Edited By kirti, Updated: 07 Jan, 2019 05:00 PM
ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने सरकारी अध्यापकों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उनपर तीखा कटाक्ष किया है। उनका कहना है कि सरकारी स्कूलों के अध्यापकों का पढ़ाई और परिणाम की तरफ कम जबकि तबादलों की तरफ ज्यादा ध्यान रहता है।
मंडी(नीरज): ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने सरकारी अध्यापकों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उनपर तीखा कटाक्ष किया है। उनका कहना है कि सरकारी स्कूलों के अध्यापकों का पढ़ाई और परिणाम की तरफ कम जबकि तबादलों की तरफ ज्यादा ध्यान रहता है। यह बात उन्होंने सोमवार को मंडी में गुरू गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल के वार्षिक समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि नीजि स्कूलों के अध्यापक कमिटमेंट के साथ कार्य करते हैं और बेहतर परिणाम देते हैं, जबकि सरकारी स्कूलों के अध्यापक ऐसी किसी कमिटमेंट के साथ काम नहीं करते। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के अध्यापकों को सिर्फ अपने तबादलों की पड़ी रहती है।
अधिकतर अध्यापक यही देखते हैं कि घर के नजदीक किस स्कूल में अडजेस्टमेंट करवाई जा सके ताकि आने-जाने में सुविधा हो सके। उन्होंने कहा कि रोजाना उन्हें इस प्रकार के तबादलों के आवेदनों से जूझना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में सुविधाओं की कमी नहीं है बल्कि यहां पर अध्यापकों को कमिटमेंट के साथ काम करने की जरूरत है। इस मौके पर उन्होंने गुरू गोबिंद सिंह स्कूल के मेधावी बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया और बच्चों से भविष्य में खूब मेहनत करने का आह्वान भी किया। वहीं उन्होंने स्कूल प्रबंधन को बेहतर संचालन के लिए बधाई भी दी।