Edited By Simpy Khanna, Updated: 15 Jan, 2020 11:34 AM
राज्य ड्रग विभाग ने बी.बी.एन. के 2 उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके उत्पादन लाइसैंस रद्द कर दिए हैं। इन उद्योगों की एक ही दवा के बार-बार सैंपल फेल हो रहे थे। विभाग ने इसका संज्ञान लेते हुए इन उद्योगों की उस दवा के उत्पादन का लाइसैंस ही...
सोलन (ब्यूरो) : राज्य ड्रग विभाग ने बी.बी.एन. के 2 उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके उत्पादन लाइसैंस रद्द कर दिए हैं। इन उद्योगों की एक ही दवा के बार-बार सैंपल फेल हो रहे थे। विभाग ने इसका संज्ञान लेते हुए इन उद्योगों की उस दवा के उत्पादन का लाइसैंस ही रद्द कर दिया है। अब ये उद्योग संबंधित दवा का तब तक उत्पादन नहीं कर सकते, जब तक इन उद्योगों की व्यवस्थाएं मानकों पर खरा नहीं उतरती हैं। ड्रग विभाग ने हाल ही में 43 दवाओं के उत्पादन लाइसैंस निलंबित किए हैं। विभाग के इस आदेश से करीब 40 दवा उद्योग प्रभावित हुए हैं। प्रदेश में दिसम्बर माह तक 50 दवाओं के सैंपल फेल हुए थे।
विभाग ने 43 मामलों में कार्रवाई कर दी है, जबकि 7 मामलों में अभी कार्रवाई की प्रक्रिया चली हुई है। 40 उद्योगों में से 2-3 उद्योग ऐसे भी हैं, जिनकी एक से अधिक दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। केन्द्रीय दवा नियंत्रक मानक संगठन (सी.डी.एस.सी.ओ.) ने अप्रैल से नवम्बर माह के बीच में जारी ड्रग अलर्ट में देशभर में 227 दवाओं के सैंपल फेल किए थे, जिनमें हिमाचल में बनीं 50 दवाओं के सैंपल शामिल थे।देश में जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए थे, उसमें औसत हर 5वीं दवा का उत्पादन हिमाचल में हुआ था। इतनी बड़ी संख्या में प्रदेश में दवाओं के सैंपल फेल होने से हिमाचल की छवि को भी काफी नुक्सान हो रहा था। यही कारण है कि राज्य ड्रग विभाग ने इस मामले का कड़ा संज्ञान लेते हुए उद्योगों के उन दवाओं के उत्पादनलाइसैंस निलंबित कर दिए हैं, जिनके सैंपल फेल हुए हैं।
जनवरी में हुए 15 दवाओं के सैंपल फेल
नववर्ष के पहले महीने जनवरी में ही प्रदेश में बनीं 15 दवाओं के सैंपल हुए हैं। जनवरी माह में जारी ड्रग अलर्ट में जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए, उनमें से 44 फीसदी दवाओं का उत्पादन हिमाचल में ही हुआ है। पिछले कई वर्षों में यह पहला मौका है कि जब हिमाचल की फेल हुए दवाओं के सैंपलों का आंकड़ा 50 फीसदी के आसपास पहुंच गया है। देश में करीब 40 फीसदी दवाओं का उत्पादन हिमाचल में होता है।