Edited By Kuldeep, Updated: 13 Apr, 2024 08:49 PM
ओम सत्यम चैरिटेबिल ट्रस्ट द्वारा मानवता मंदिर सैक्टर-28 में बैसाखी के पावन पर्व पर परम संत हजूर शून्यो महाराज ने श्रद्धालुओं को बैसाखी के पावन पर्व और नव वर्ष की मुबारकबाद और आशीर्वाद देते हुए कहा कि सत्गुरु यही चाहते हैं कि सभी की झोलियां खुशियों...
पंचकूला (मीनाक्षी): ओम सत्यम चैरिटेबिल ट्रस्ट द्वारा मानवता मंदिर सैक्टर-28 में बैसाखी के पावन पर्व पर परम संत हजूर शून्यो महाराज ने श्रद्धालुओं को बैसाखी के पावन पर्व और नव वर्ष की मुबारकबाद और आशीर्वाद देते हुए कहा कि सत्गुरु यही चाहते हैं कि सभी की झोलियां खुशियों से भरी रहें और तुम्हारे जीवन में रोग-शोक न आए, सभी आनंद विभोर होकर जीएं। प्रवचन करते हुए संत हजूर शून्यो महाराज ने कहा कि लोभ, मोह व अहंकार इंसान के दुश्मन हैं। चालाकियों, हेराफेरियों और लालच के कारण ही दुख है। वास्तविक सुख तो परमात्मा के साथ जुड़ने से है। परमात्मा से डोर भी तभी आपके साथ बंधेगी जब परमात्मा की आप पर कृपा होगी। जिसे परमात्मा का सहारा मिल जाता है उसे किसी और सहारे की जरूरत नहीं पड़ती। सबके भीतर परमात्मा का ही वास है। परमात्मा कहीं बाहर नहीं हैं, आपके भीतर ही विराजमान हैं। परमात्मा ने जब भी अपने भक्तों को दुखी देखा तो वह कभी भगवान राम कभी भगवान कृष्ण बनकर साकार रूप में आए। कहने से पार नहीं लगोगे, जो भक्ति का मार्ग बताया गया है उस पर चलने से ही पार लगोगे।
कर्मों के अनुसार ही नया जीवन
श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए गुरु मां डाक्टर नेहा नेगी ने कहा कि सनातन धर्म में बैसाखी के पर्व से नया साल प्रारंभ होता है। आज नव वर्ष की पावन बेला में गुरुदेव के आशीर्वाद से हमारा नया जन्म हुआ है इसलिए अपने जीवन की अनमोलता को समझते हुए अपने आपको जानने की कोशिश करते हुए नव वर्ष में नए ढंग से अपने जीवन की शुरूआत करें। यदि हम सत्संग को जीवन में नहीं उतार पाए और अपने आपको नहीं जान सके तो यह स्वयं हमारा अपना ही दोष है। गुरु मां ने यह भी समझाया कि अच्छे कर्म करें क्योंकि कर्मों के अनुसार ही नया जीवन मिलता है। इंसान नए जीवन की यात्रा को भुला बैठा है, उस यात्रा की याद गुरु दरबार में करवाई जाती है। गुरु महाराज के प्रवचन के उपरांत सभी श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया।
भजनों-गानों से समां बांधा
इस अवसर पर इंडियन आईडल सीजन-6 के विनर विपुल मैहता ने अपनी मधुर आवाज से अपने हृदय के भाव प्रकट करते हुए दमा दम मस्त कलंदर और छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाई के गाया। इस दौरान जनसमूह मस्ती में झूम उठा। गायक राज पंडित ने भी अपने गायन से बढ़िया समां बांधा। ट्रस्टी अशोक पंडित ने मंच का संचालन करते हुए कहा कि सत्गुरु के वचनों को जीवन में धारण करें।