Edited By Vijay, Updated: 30 Dec, 2023 07:48 PM
एनएचपीसी पार्वती 3 पावर स्टेशन परिसर बिहाली के पास अपनी मांगों को लेकर आऊटसोर्स कर्मचारियों ने परियोजना प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
सैंज (बुद्धि सिंह): एनएचपीसी पार्वती 3 पावर स्टेशन परिसर बिहाली के पास अपनी मांगों को लेकर आऊटसोर्स कर्मचारियों ने परियोजना प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। परियोजना कर्मियों ने सीटू के बैनर तले एनएचपीसी पर शोषण करने का आरोप लगाते हुए एनएचपीसी के विरुद्ध नारेबाजी कर अपनी आवाज को बुलंद करने का प्रयास किया। सीटू पावर स्टेशन के अध्यक्ष महेश्वर सिंह, उपाध्यक्ष मुरली मनोहर, सचिव ललित व कोषाध्यक्ष भूप सिंह ने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जिसमें काफी संख्या में कर्मचारियों ने यहां इकट्ठे होकर भाग लिया। आऊटसोर्स कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सीटू के नेताओं ने कहा कि एनएचपीसी लगातार मजदूरों का शोषण करती आ रही है। एनएचपीसी श्रम कानूनों की धज्जियां उड़ाकर बोनस, टनल अलाऊंस, ओवरटाइम, स्वास्थ्य सुविधा और छुट्टियां भी मजदूरों को नहीं दे रही है। बहुत से ऐसे प्रोजैक्ट भी हैं जहां पर आऊटसोर्स पर कार्य कर रहे कर्मचारियों को यहां से 3 गुना अधिक वेतन दिया जा रहा है लेकिन पार्वती में मजदूरों से भेदभाव हो रहा है।
मांगें नहीं मानीं तो फरीदाबाद में सीएमडी कार्यालय का होगा घेराव
एनएचपीसी प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए सीटू नेताओं ने कहा कि प्रदेश की बिजली क्या बाहरी जगह की बिजली से अलग है, क्या यहां की बिजली में वह गुणवत्ता नहीं है तो ऐसे में सभी कर्मचारियों के लिए एक समान वेतन लागू होना चाहिए। पावर स्टेशन के सभी वर्करों का कहना है कि मजदूरों की तमाम मांगों को अगर नहीं माना गया तो 10 जनवरी को हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है और अगर मांगें फिर भी नहीं मानी गईं तो 19 फरवरी को फरीदाबाद में सीएमडी कार्यालय का घेराव किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी एनएचपीसी परियोजना की रहेगी।
बोनस और टनल भत्ते का अभी तक कोई निवारण नहीं
मजदूरों का कहना है कि 2018 में एनएचपीसी के खिलाफ लेबर कमिश्नर शिमला में बोनस और टनल अलाऊंस से संबंधित शिकायत की गई थी। लेबर कमिश्नर शिमला ने उसका समाधान करने की बजाय उसे असिस्टैंट लेबर कमिश्नर चंडीगढ़ को भेज दिया और वहां से उस शिकायत को चंडीगढ़ से रीजनल लेवल कमिश्नर को भेजा गया। इस तरह से लेबर कमिश्नर द्वारा भी बोनस और टनल भत्ते का अभी तक कोई निवारण नहीं किया गया है, साथ ही मजदूरों का कहना है कि एनएचपीसी प्रबंधन उन्हें उरी 1 परियोजना की तर्ज पर वेतन दे।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here