Edited By Ekta, Updated: 09 Sep, 2019 12:15 PM
कहते है जब इंसान के हौसले बुलंद हो तब वह कुछ भी कर सकता है। शिमला के कोटखाई की पंचायत रवलाक्यार के मेलट गांव के चिराग चौहान ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर प्रदेश के साथ-साथ माता-पिता का नाम रोशन किया है। चेन्नई में पासआउट परेड में माता-पिता ने अपने...
कोटखाई: कहते है जब इंसान के हौसले बुलंद हो तब वह कुछ भी कर सकता है। शिमला के कोटखाई की पंचायत रवलाक्यार के मेलट गांव के चिराग चौहान ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर प्रदेश के साथ-साथ माता-पिता का नाम रोशन किया है। चेन्नई में पासआउट परेड में माता-पिता ने अपने लाडले को स्टार लगाए। चिराग शुरू से ही शिक्षा में अव्वल रहा है। उसके पिता देव राज चौहान बागवान और माता कांता चौहान आईजीएमसी शिमला में नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट हैं। चिराग ने 10वीं तक की पढ़ाई डीएवी स्कूल न्यू शिमला से पूरी की। बीटेक की पढ़ाई बहारा विवि शिमला से पूरी की।