Edited By Punjab Kesari, Updated: 18 Jan, 2018 01:52 PM
जल्द ही पुलिस सहायता का टोल फ्री नंबर बदलने वाला है। 100 के स्थान पर अब 112 नंबर डायल करते ही पुलिस सहायता मिलेगी। भारत सरकार ने एनईआरएस यानी नेशनल इमरजैंसी रिस्पांड सिस्टम के तहत देश भर में पुलिस, एम्बुलेंस और फायर की सहायता के लिए एक ही नंबर जारी...
मंडी (नीरज): जल्द ही पुलिस सहायता का टोल फ्री नंबर बदलने वाला है। 100 के स्थान पर अब 112 नंबर डायल करते ही पुलिस सहायता मिलेगी। भारत सरकार ने एनईआरएस यानी नेशनल इमरजैंसी रिस्पांड सिस्टम के तहत देश भर में पुलिस, एम्बुलेंस और फायर की सहायता के लिए एक ही नंबर जारी करने का निर्णय लिया है। प्रत्येक प्रदेश में इसका एक कॉल सेंटर बनेगा। हिमाचल प्रदेश को इस योजना को शुरू करने के लिए पांच करोड़ की राशि प्राप्त हो चुकी है। इससे प्रदेश में 108 एम्बुलेंस सेवा की तर्ज पर एक कॉल सेंटर बनेगा, जहां एक समय में सैंकड़ों लोग आसानी से बात कर पाएंगे। यह सब कुछ एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से होगा। प्रत्येक पुलिस थाना और चौकियों की गाड़ियों में एक टैब लगाया जाएगा, जिसमें इस साफ्टवेयर की एप्लीकेशन इंस्टाल होगी। साथ ही पुलिस के मोबाइल फोन पर भी इस एप को इंस्टाल किया जाएगा। जैसे ही मदद मांगने वाला 112 पर कॉल करेगा तो इस पर उसकी लोकेशन भी दिख जाएगी।
कॉल सेंटर से मदद मांगने वाले की लोकेशन के नजदीकी पुलिस थाना, चौकी या कर्मी से संपर्क साधा जाएगा और तत्काल मदद पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। खास बात यह रहेगी कि यदि मदद मांगने के बाद आपका नंबर बंद भी हो गया तो भी आपकी लोकेशन ट्रेस की जा सकेगी। एसपी मंडी अशोक कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एनईआरएस के तहत प्रदेश में इस योजना को शुरू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 100 के स्थान पर 112 नया नंबर होगा और उसपर कॉल करके पुलिस, एम्बुलेंस और फायर से संबंधित सहायता ली जा सकेगी। इससे लोगों की उस शिकायत का समाधान होगा जिसमें अकसर कहा जाता है कि सही समय पर पुलिस ने रिस्पांड नहीं किया।
इस सिस्टम के शुरू हो जाने से फोन अंगेज जाने की समस्या का भी समाधान हो जाएगा। क्योंकि एक समय में एक हजार से भी अधिक लोग बात कर सकेंगे। यदि इसमें आपदा के समय अधिक कॉल आने लग जाएंगी तो यह ऑटोमेटिड आंसर सिस्टम पर कॉल को डायवर्ट कर देगा। इससे बिना बात किए हुए व्यक्ति की लोकेशन के आधार पर नजदीकी पुलिस थाना, चौकी या पुलिस कर्मी को कॉल ट्रांस्फर हो जाएगी। इस सिस्टम की टैंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और ऐसा माना जा रहा है कि दो से तीन महीनों के भीतर पूरे हिमाचल प्रदेश में यह नंबर जारी हो जाएगा। हालांकि अभी भी 112 पर कॉल जा रही हैं, क्योंकि अभी इस नंबर को 100 नंबर पर डायवर्ट किया गया है।