Edited By Kuldeep, Updated: 11 May, 2025 04:33 PM

जिला सिरमौर के नौहराधार में एक भालू ने व्यक्ति पर जानलेवा हमला कर उसे बुरी तरह से लहूलुहान कर दिया, तो वहीं उपमंडल पांवटा साहिब के तहत फतेहपुर गांव में आधी रात को एक तेंदुआ घुस गया।
नाहन (आशु): जिला सिरमौर के नौहराधार में एक भालू ने व्यक्ति पर जानलेवा हमला कर उसे बुरी तरह से लहूलुहान कर दिया, तो वहीं उपमंडल पांवटा साहिब के तहत फतेहपुर गांव में आधी रात को एक तेंदुआ घुस गया। इन दोनों घटनाओं में संबंधित गांवों में दहशत का माहौल है। भालू के हमले से घायल व्यक्ति को उपचार के लिए आईजीएमसी शिमला ले जाया गया है, जबकि फतेहपुर गांव में तेंदुए की धर पकड़ के लिए वन विभाग ने पुख्ता इंतजाम करते हुए गांव में एक पिंजरा भी लगा दिया है।
पहली घटना रविवार को संगड़ाह उपमंडल की नौहराधार तहसील के घंडूरी गांव में सामने आई। यहां जब एक व्यक्ति लायक राम (40) अपने खेत में काम करने के लिए जा रहा था, तो उसी दौरान रास्ते में अचानक एक भालू ने उस पर हमला कर दिया। भालू का यह हमला अचानक और इतना खतरनाक था कि लायक राम कुछ समझ नहीं पाया और भालू ने उसे बुरी तरह से जख्मी कर दिया। हमले में लायक राम के सिर और पैरों में गंभीर चोटें आई हैं। किसी तरह लायक राम अपनी जान बचाकर नजदीक गांव में पहुंचा और वहां से मदद मांगी। उसके बाद परिजन उसे घायल अवस्था में निजी वाहन से नौहराधार अस्पताल ले गए, जहां उसे प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने के चलते आईजीएमसी शिमला रैफर कर दिया गया।
घंडूरी गांव निवासी धर्मपाल, रणदीप और सहीराम ने बताया कि सुबह करीब 8 बजे लायक राम लहसुन की खुदाई के लिए खेतों में जा रहा था कि इसी बीच भालू ने उस पर यह हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि जिस रास्ते पर भालू ने यह हमला किया, उस रास्ते का इस्तेमाल आमतौर पर स्कूल जाने वाले बच्चों और खेतों में काम करने वाले लोगों द्वारा किया जाता है।
घंडूरी में कुछ माह पहले भी भालू ने किया था हमला
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि कुछ महीनों पहले भी कनिया राम नाम के एक व्यक्ति पर भालू ने हमला कर उसे घायल कर दिया था। अब एक बार फिर भालू ने हमला किया है। गनीमत यह रही है कि इन घटनाओं में कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ, लेकिन भालू के हमले की सामने आ रही घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन और वन विभाग से आग्रह किया है कि भालू को पकड़कर किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए, ताकि आगे किसी अन्य व्यक्ति के साथ इस प्रकार की घटना न हो। उधर, इस घटना की पुष्टि वन विभाग के ब्लॉक ऑफिसर श्याम लाल ने करते हुए बताया कि पीड़ित को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा।
बाता नदी पार कर गांव में घुसा तेंदुआ!
उधर, दूसरी घटना वन मंडल पांवटा साहिब के तहत माजरा वन रेंज के अंतर्गत फतेहपुर गांव में सामने आई, जहां आधी रात एक तेंदुआ गांव में घुस गया। यहां उसने एक भेड़ पर हमला किया, लेकिन तभी गांव के लोग जाग गए और तेंदुआ वापस जंगल की तरफ भाग खड़ा हुआ। गनीमत यह रही है कि तेंदुए ने यहां कोई बड़ा नुक्सान नहीं पहुंचाया। वन विभाग की मानें तो संभवतः यह तेंदुआ जंगल की तरफ से बाता नदी पार कर गांव में घुसा। ग्रामीणों की तरफ से वन विभाग को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी माजरा सचिन शर्मा के नेतृत्व में टीम गांव में पहुंची और वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए।
सुरक्षा की दृष्टि से गांव में एनाइडर सिस्टम लगाया
वन विभाग ने गांव में तेंदुए की दस्तक के बाद ग्रामीणों की सुरक्षा के मद्देनजर फतेहपुर गांव में एनाइडर सिस्टम यानी एनिमल इंट्रूजन डिटैक्शन एंड रेपेलैंट सिस्टम स्थापित कर दिया है। इसके अलावा विभाग ने गांव में तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया है। साथ ही उचित रोशनी के लिए लाइट का भी इंतजाम किया है। डीएफओ ऐश्वर्य राज ने बताया कि ग्रामीणों की सुरक्षा के मद्देनजर उचित कदम उठाए गए है।
ऐसे काम करता है एनाइडर सिस्टम
एनाइडर सिस्टम एक ऐसा वार्निंग एवं इलैक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो जंगली जानवरों से होने वाले नुक्सान की रोकथाम के लिए बेहद कारगर माना जाता है। यह उपकरण अपनी रेंज में आने वाले जंगली जानवरों की आहट को दूर से ही भांप लेता है। यह उपकरण सोलर लाइट पर आधारित है, जो दिन के साथ-साथ रात में भी काम करता है। 30 मीटर की दूरी तक सैंसर के जरिए किसी भी जंगली जानवर को सैंस करके यह उपकरण एलईडी फ्लैश से उन्हें चौंकाकर अलग-अलग तरह की आवाजें निकालते हुए अलार्म बजाता है। इससे डरकर जंगली जानवर गांव की तरफ न आकर जंगलों की तरफ भाग जाते हैं। हालांकि हाथियों की रोकथाम के लिए ये सिस्टम पांवटा साहिब में कई जगहों पर लगाए जा चुका हैं, जिसके संतोषजनक परिणाम भी सामने आए है। अब फतेहपुर गांव में भी इसे लगाकर ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है।