सत्ती की राहुल गांधी के विरुद्ध टिप्पणी देवभूमि के इतिहास में काला अध्याय: मुकेश अग्निहोत्री

Edited By Ekta, Updated: 17 Apr, 2019 10:56 AM

mukesh agnihotri

पत्रकार से विधायक, विधायक से मंत्री और फिर अपनी काबिलियत के दम पर हिमाचल प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष बने मुकेश अग्निहोत्री से देश व प्रदेश के मामलों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई, जिनके प्रमुख अंश निम्रलिखित हैं:-

शिमला/जालंधर (धवन): पत्रकार से विधायक, विधायक से मंत्री और फिर अपनी काबिलियत के दम पर हिमाचल प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष बने मुकेश अग्निहोत्री से देश व प्रदेश के मामलों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई, जिनके प्रमुख अंश निम्रलिखित हैं:- 

प्र. : केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार ने 5 वर्षों तक शासन किया, आप केन्द्र सरकार की कारगुजारी को किस तरह से आंकते हैं?
उत्तर : भाजपा ने 2014 के आम चुनावों से पहले देश की जनता से कुछ मूलभूत वायदे किए थे जिनमें से एक भी पूरा नहीं हुआ। देश में न तो काला धन वापस आया, न गंगा साफ हुई, न बुलेट ट्रेन चली और न ही किसी के बैंक खाते में 15 लाख रुपए की राशि देखी गई है। राम मंदिर निर्माण की घोषणा को तो भाजपा ने भुला ही दिया है। ऐसी स्थिति में भाजपा को इस बार संकल्प पत्र की बजाय माफी पत्र जारी करना चाहिए था। 

प्र. :कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गरीबों के लिए न्यूनतम गारंटी आमदन स्कीम का ऐलान किया है, इसका कितना असर देख रहे हैं?
उ. : कांग्रेस जो कहती है, वह करती है। मनरेगा देश में कांग्रेस की देन है। जन सूचना अधिकार आर.टी.आई. भी कांग्रेस लाई। गरीबों के लिए खाद्य सुरक्षा कानून भी कांग्रेस सरकार लेकर आई, इसलिए अब राहुल गांधी ने गरीबों को वार्षिक 72,000 रुपए देने का वायदा किया है तो उसे भी कांग्रेस सरकार बनने पर पूरा किया जाएगा। यह एक क्रांतिकारी कदम है। 

प्र. : उत्तर भारत में लोकसभा चुनाव में किस पार्टी का ज्यादा बोलबाला रहने वाला है?
उ. : उत्तर भारत में इस बार भाजपा को मुंह की खानी पड़ेगी। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का प्रदर्शन सराहनीय रहेगा। इसी तरह से पंजाब में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह सरकार का प्रदर्शन बेहतर रहेगा जबकि हरियाणा में कांग्रेस वापसी करेगी। जम्मू-कश्मीर में भी भाजपा को मुंह की खानी पड़ेगी। 

प्र. हिमाचल प्रदेश में सत्ताधारी भाजपा ने चुनाव में आप पर सियासी हमलों का बिगुल बजा दिया है। 
उ. : हिमाचल में विपक्ष का नेता होने के कारण यह सब मुनासिब है। विपक्ष क्या होता है, इसका एहसास हिमाचल में भाजपा सरकार को कांग्रेस ने करवा दिया है। हिमाचल के हितों की लड़ाई के लिए मैं हमले भी सहूंगा। 

प्र. : सतपाल सत्ती सरेआम राहुल गांधी के खिलाफ बोल रहे हैं।
उ. : सत्ती ने जनसभा में महिलाओं के सामने जो कुछ कहा, वह सभ्य इन्सान के लिए बोलना व सुनना भी दुष्कर है। बदजुबानी से चुनाव नहीं जीते जाते। सत्ती के बोलों ने राजनीति को कलंकित किया है तथा देवभूमि के इतिहास में काला अध्याय जोड़ दिया है।

प्र. : सत्ती की बयानबाजी के बाद कांग्रेस की भूमिका क्या रहेगी?
उ. : सत्ती को ही नहीं बल्कि भाजपा को भी राहुल गांधी से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस इस मामले में केस दर्ज करवाएगी तथा चुनाव आयोग के पास भी जाएगी। जरूरत पड़ी तो अदालत का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।

प्र. : धर्म की राजनीति अब पंथों पर भी हावी हो रही है, यह संकेत कैसा है?
उ. : सत्ती ने तो राधा स्वामी पंथ पर भी शर्मनाक टिप्पणी की है, उनकी बुद्धि पर तरस आता है। राधास्वामी समाज राजनीति से कोसों दूर रहता है, इसलिए संतों महापुरुषों के विरुद्ध किसी को बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। 

प्र. : आपके लोकसभा क्षेत्र हमीरपुर में कांग्रेस का प्रदर्शन कैसा रहने वाला है?
उ. : राम लाल ठाकुर को हाईकमान ने टिकट दिया है। कांग्रेस इस दफा इस सीट पर जीत का इतिहास लिखेगी। मंडी संसदीय क्षेत्र में भाजपा में घबराहट है। हिमाचल में सरकार नाम की कोई चीज दिखाई नहीं देती। 

प्र. : हिमाचल में कुछ कांग्रेसी नेता भाजपा सरकार के साथ दोस्ताना रवैया रखकर चल रहे हैं। 
उ. : हंसते हुए, जो भाजपाई कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं, उनकी लिस्ट बहुत लंबी है। 

प्र. : सी.एल.पी. नेता के रूप मेें आप कैसी भूमिका निभा रहे हैं।
उ. : कांग्रेस नेतृत्व ने मुझे पार्टी विधायक दल का नेता बनाया है तथा हिमाचल में इसका असर लोकसभा चुनाव में दिखाई देगा। कांग्रेस भाजपा को कड़ी चुनौती दे रही है क्योंकि भाजपा के विरुद्ध लोगों में रोष है। 

प्र. : यह बताइए कि कांग्रेस के लिए अनिल शर्मा ने खुद मंत्री पद की बलि दे दी, बात उनकी सदन से बर्खास्तगी तक पहुंच गई है।
उ. : जयराम के राजनीतिक घर मंडी में विस्फोट हो रहे हैं। पहले इनके मीडिया सलाहकार छोड़कर चले गए, अब मंत्री भी बाय बाय बोल गए। नेतृत्व में कमियां रही होंगी तो ही डेढ़ वर्ष में भाजपा सरकार का हर पहिया पंक्चर होता जा रहा है। इतना जरूर है कि अनिल शर्मा की सदस्यता किसी भी सूरत में खारिज नहीं की जा सकती है। 

प्र. : सदन में नेता विपक्ष और सड़कों पर क्राऊड पूलर की भूमिका में आपका लोहा भाजपा भी मान रही है पर आपने लोकसभा चुनाव क्यों नहीं लड़ा।
उ. : कांग्रेस नेतृत्व ने मुझे एक भूमिका दे रखी है, जिसे मैं बखूबी निभा रहा हूं। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आशीर्वाद पूरी तरह से मिल रहा है। कांग्रेस नेतृत्व ने मुझे चुनाव लड़ने की कोई पेशकश नहीं की परन्तु इतना जरूर है कि कुछ हिमाचली नेता इस बाबत अंदरखाते सक्रिय अवश्य रहे। 

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