Edited By Vijay, Updated: 31 Jul, 2024 05:05 PM
सदर विधायक त्रिलोक जम्वाल ने तेजी से पांव पसार रहे नशे के काले कारोबार को लेकर सरकार और पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं और देश का यह भविष्य नशा माफिया के निशाने पर है।
बिलासपुर (विशाल): सदर विधायक त्रिलोक जम्वाल ने तेजी से पांव पसार रहे नशे के काले कारोबार को लेकर सरकार और पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं और देश का यह भविष्य नशा माफिया के निशाने पर है। चिट्टे जैसे घातक नशे की गिरफ्त में फंसकर बड़ी संख्या में बच्चों व युवाओं का जीवन बर्बाद हो रहा है। कई घरों के चिराग बुझ गए हैं। इतना सब होने के बावजूद सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। पुलिस द्वारा नशे के बड़े सौदागरों पर शिकंजा न कसने से ऐसा लग रहा है कि या तो इसमें उसकी मिलीभगत है या फिर उन्हें सरकार का संरक्षण मिल रहा है। बेहतर होगा कि हिमकेयर जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं और बच्चों का भविष्य संवारने वाले शिक्षा के मंदिरों को बंद करने की बजाय सरकार ड्रग्स माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को प्राथमिकता दे, ताकि देश के भविष्य को बचाया जा सके।
त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि नशा माफिया ने छोटे-छोटे गांवों में भी पैर पसार लिए हैं। चिट्टे जैसा घातक नशा भी आसानी से मिल रहा है। एक बार नशे की लत लग जाने के बाद उसकी जरूरत पूरी करने के लिए युवा व बच्चे चोरी जैसी अन्य आपराधिक वारदातों में भी संलिप्त होने लगते हैं। वहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए विधायक त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि चिट्टे जैसा जानलेवा नशा बच्चों व युवाओं को आसानी से मिल जाता है, लेकिन न जाने क्यों पुलिस वहां तक नहीं पहुंच पाती। महज कुछ मिलीग्राम या ग्राम चिट्टा पकड़ने पर अपनी पीठ थपथपाने वाली पुलिस की पहुंच से नशे के बड़े सौदागर बाहर क्यों हैं। इस गंभीर और संवेदनशील मसले पर सुक्खू सरकार को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
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