Edited By Vijay, Updated: 29 Jan, 2021 08:32 PM
सोलन शहर की सड़कों पर दुकानों का सामान रखकर अतिक्रमण करने वाले करीब 50 दुकानदारों को नगर निगम ने नोटिस भेजा है। नगर निगम की टीम ने वीडियोग्राफी करने के उपरांत यह कार्रवाई की है। वहीं इस मामले को लेकर नोटिस मिलने के बाद व्यापार मंडल सोलन ने नगर निगम...
सोलन (नरेश पाल): सोलन शहर की सड़कों पर दुकानों का सामान रखकर अतिक्रमण करने वाले करीब 50 दुकानदारों को नगर निगम ने नोटिस भेजा है। नगर निगम की टीम ने वीडियोग्राफी करने के उपरांत यह कार्रवाई की है। वहीं इस मामले को लेकर नोटिस मिलने के बाद व्यापार मंडल सोलन ने नगर निगम के कमिश्नर से मुलाकत करके उनके समक्ष यह मामला उठाया और सभी व्यापारियों के नोटिस वापस करने को लेकर मांग की। व्यापारियों का कहना है कि नगर निगम ने उन्हें नोटिस भेजे हैं और यह चालान वीडियोग्राफी के माध्यम से किए गए हैं। उन्हें इस प्रक्रिया को लेकर कोई भी जानकारी नहीं है। अभी तक नगर निगम की टीम ही शहर की सड़कों पर आकर व्यापारियों के चालान करती थी या फिर उनका सामान सड़कों से हटवाती थी, ऐसे में यह नई प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से दुकानदारों को नोटिस भेजकर उन्हें आगामी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष कुशल जेठी ने कहा कि इस प्रकार की कार्रवाई करने से पहले नगर निगम को चाहिए था कि पूरी प्रक्रिया की जानकारी दुकानदारों को दी जाती और इसके बाद कार्रवाई होती। उन्होंने कार्रवाई के विषय में जानकारी न होने पर दुकानदारों को इस बार भेजे गए सभी नोटिस वापस लेने की मांग कमिश्नर से की है, साथ ही यह भी कहा कि अगले 15 दिन के अंदर व्यापार मंडल सभी व्यापारियों को सड़कों पर अतिक्रमण न करने को लेकर जागरूक करेगा और इसको लेकर एक योजना तैयार की जाएगी ताकि आम लोगों को भी कोई परेशानी न हो और व्यापारी भी अपनी दुकान का सामान ढंग से डिस्प्ले कर सकें।
वहीं व्यापारियों द्वारा दिए गए इस आश्वासन के बाद नगर निगम के कमिश्नर प्रशांत सरकैक ने फिलहाल दुकानदारों को भेजे गए नोटिस वापस लेने की बात कही है। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल अपने स्तर पर इस समस्या का समाधान करता है तो नगर निगम भी दुकानदारों का सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि व्यापारी स्वयं शहर में अतिक्रमण हटाने को लेकर योजना तैयार करके इसका प्रस्ताव नगर निगम को भेजें और नगर निगम इस प्रस्ताव पर आगामी कार्यवाही करेगा। यदि व्यापारियों की योजना सही हुई तो नगर निगम उसमें सहयोग करेगा क्योंकि नगर निगम का मकसद किसी का चालान करना नहीं है। आम लोगों को पैदल चलने के लिए सुविधा प्रदान करना है।