Edited By Vijay, Updated: 09 Jun, 2019 11:01 PM
लेह-लद्दाख में बैठे देश के प्रहरियों तक अब रसद पहुंचाना आसान होगा। बी.आर.ओ. ने मनाली-लेह मार्ग को वाहनों के लिए खोल दिया है। देश-विदेश के सैलानी भी अब यहां पर सुहाने सफर का आनंद उठा सकेंगे।
रोहतांग: लेह-लद्दाख में बैठे देश के प्रहरियों तक अब रसद पहुंचाना आसान होगा। बी.आर.ओ. ने मनाली-लेह मार्ग को वाहनों के लिए खोल दिया है। देश-विदेश के सैलानी भी अब यहां पर सुहाने सफर का आनंद उठा सकेंगे। बी.आर.ओ. ने हालांकि लेह मार्ग को बहाल पहले ही कर दिया था लेकिन मुरम्मत कार्य व जोखिम को देखते हुए वाहनों को आने-जाने की अनुमति नहीं दी थी। अब परिस्थितियों के ठीक होते ही बी.आर.ओ. सोमवार से हरी झंडी देने जा रहा है। मनाली की ओर से बी.आर.ओ. की दीपक परियोजना और लेह की ओर से हिमांक परियोजना मनाली-लेह मार्ग की बहाली में जुटी हुई थी। दोनों कमांडर मिलकर सोमवार को मनाली-लेह मार्ग पर सैलानियों के सफर को सुहावना बनाने के लिए चर्चा करेंगे।
पर्यटकों ने लाहौल के दारचा में डाला डेरा
लेह मार्ग अक्तूबर से बंद है। हालांकि बी.आर.ओ. ने मनाली-लेह मार्ग को डबललेन बनाने का कार्य 2008 में शुरू किया था लेकिन काम करने की समयावधि कम होने के कारण बी.आर.ओ. एक दशक में भी 476 किलोमीटर लंबे इस मार्ग को चकाचक नहीं कर पाया है। हालांकि 80 प्रतिशत मार्ग बनकर तैयार है लेकिन अभी भी आधा दर्जन के लगभग छोटे व बड़े पुलों का निर्माण कार्य शेष है। पर्यटकों ने तो लाहौल के दारचा में डेरा डाल रखा है। पर्यटन स्थल सरचू में भी पर्यटन व्यवसायी टैंट लगाने के लिए तैयार हैं। मनाली-लेह मार्ग बहाल होने से सैलानी 15,500 फुट ऊंचे बारालाचा दर्रे में बर्फ के दीदार कर सकेंगे। इसके साथ 17,000 फुट ऊंचे तांगलंगला दर्रे में भी सुहाने सफर का आनंद लेकर रोमांचित होंगे।
360 मीटर लंबे दारचा पुल का भी होगा उद्घाटन
सीमा सड़क संगठन मनाली के कमांडर कर्नल उमाशंकर ने बताया कि मनाली और लेह के मध्य सरचू पर्यटन स्थल में हिमांक और दीपक परियोजना के कमांडर लेह मार्ग बहाली को हरी झंडी देंगे। बी.आर.ओ. ने मार्ग को एक सप्ताह पहले ही बहाल कर दिया था लेकिन मुरम्मत कार्य के चलते इसे वाहनों के लिए नहीं खोला गया था। सोमवार को बी.आर.ओ. इसे विधिवत रूप से बहाल कर देगा। मनाली-लेह मार्ग को चकाचक करने के साथ वाहनों की आवाजाही को भी सुचारू रखने के लिए हिमांक और दीपक परियोजना बेहतर तालमेल से काम कर रही हैं। इस साल लेह मार्ग पर बन रहे सबसे लंबे 360 मीटर लंबे दारचा पुल का भी उद्घाटन किया जाएगा।