Edited By Vijay, Updated: 12 Aug, 2022 08:15 PM

हिमाचल प्रदेश में पशुओं में लंपी वायरस तेजी से फैलता जा रहा है। प्रदेश के 7 जिलों शिमला, ऊना, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन, चम्बा व बिलासपुर में मवेशी इसकी चपेट में आ चुके हैं। 5 जिलों में इस रोग से 79 मवेशियों की मौत हो चुकी है।
शिमला (प्रीति मुकुल): हिमाचल प्रदेश में पशुओं में लंपी वायरस तेजी से फैलता जा रहा है। प्रदेश के 7 जिलों शिमला, ऊना, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन, चम्बा व बिलासपुर में मवेशी इसकी चपेट में आ चुके हैं। 5 जिलों में इस रोग से 79 मवेशियों की मौत हो चुकी है। इसे देखते हुए सरकार ने लंपी वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। इस बीमारी से पशुओं की होने वाली मौत पर सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया है। पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि इस बीमारी को लेकर सरकार एक्शन मोड में है और जिस क्षेत्र में अधिकांश पशु इसकी चपेट में आ रहे हैं, वहां कंटेनमैंट जोन बनाए जा रहे हैं। विभाग संबंधित क्षेत्र के 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी पशुओं की वैक्सीनेशन कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से मरने वाले पशुओं की एवज में उसके मालिक को मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजे की राशि सरकार जल्द तय करेगी।
सिरमौर जिले में सबसे ज्यादा पशुओं की मौत
प्रदेश के 7 जिलों में लंपी वायरस तेजी से फैल रहा है। सिरमौर में 482, शिमला में 293, सोलन में 150, हमीरपुर में 7, बिलासपुर में 19, ऊना में 339 और कांगड़ा में लंपी वायरस से 61 पशु संक्रमित हैं। प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे लंपी वायरस के मामलों ने किसानों के साथ सरकार और विभाग की चिंता को बढ़ा दिया है। सिरमौर जिले में अब तक सबसे ज्यादा 45 पशु इस बीमारी से मर चुके हैं।
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