Edited By Simpy Khanna, Updated: 25 Sep, 2019 12:17 PM
लुप्त प्राय हो चुकी फसलों को उगाने की कवायद आरंभ की जाएगी। पोषक तत्वों से भरपूर इन फसलों को उगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। कभी भोजन की थाली का अंग रही इन फसलों का प्रचलन धीरे-धीरे कम होने लगा तथा वर्तमान में यह फसलें भोजन की थाली से...
पालमपुर (भृगु) : लुप्त प्राय हो चुकी फसलों को उगाने की कवायद आरंभ की जाएगी। पोषक तत्वों से भरपूर इन फसलों को उगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। कभी भोजन की थाली का अंग रही इन फसलों का प्रचलन धीरे-धीरे कम होने लगा तथा वर्तमान में यह फसलें भोजन की थाली से लगभग गायब हो चुकी हैं जबकि इन फसलों के कई औषधीय गुण हैं जो लाइफ स्टाइल से जुड़े रोगों को पनपने ही नहीं देते।
पर्वतीय क्षेत्रों की अल्प प्रयुक्त फसलों जैसे चौलाई, फाफरा, बथुआ, मंडल या कोदा, कंगनी, कोणी व बाजरा इत्यादि को अब जिला कांगड़ा में भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है। कृषि उपनिदेशक डा. एन.के. धीमान ने कहा कि कांगड़ा जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के अंतर्गत इन फसलों को बढ़ावा दिया जाएगा। जो किसान खरीफ सीजन में इन फसलों के बीज लगाना चाहते हैं वे कृषि विभाग के समक्ष अपनी मांग दे सकते हैं।
किसानों को इन फसल बीजों पर 50 प्रतिशत अनुदान देने का प्रावधान किया गया है। इस वर्ष सभी फसलों के बीज उपलब्ध न होने के कारण बाजरा के बीजों पर ही 50 प्रतिशत का अनुदान दिया जा सका। वर्ष 2020-21 में जनपद में ऐसी फसलों के बीजों की उचित व्यवस्था कर किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर यह बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे।