Edited By Vijay, Updated: 03 Feb, 2020 07:06 PM
केंद्र सरकार द्वारा भारतीय जीवन बीमा निगम की हिस्सेदारी को बेचने वाले फैसले के खिलाफ निगम कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है। जीवन बीमा कर्मी मंगलवार को देशव्यापी हड़ताल करने जा रहे हैं। पूरे देशभर में ये कर्मी एक घंटे के लिए कामकाज ठप्प कर केंद्र...
शिमला (तिलक राज): केंद्र सरकार द्वारा भारतीय जीवन बीमा निगम की हिस्सेदारी को बेचने वाले फैसले के खिलाफ निगम कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है। जीवन बीमा कर्मी मंगलवार को देशव्यापी हड़ताल करने जा रहे हैं। पूरे देशभर में ये कर्मी एक घंटे के लिए कामकाज ठप्प कर केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध करेंगे। इस दौरान हिमाचल के सभी एलआईसी कार्यालयों के कर्मी सहित राजधानी शिमला में माल रोड स्थित एलआईसी कार्यालय में भी कर्मी हड़ताल पर रहेंगे।
सोमवार को शिमला कार्यालय में जीवन बीमा निगम कर्मचारी एसोसिएशन ने बैठक कर मंगलवार को हड़ताल करने का ऐलान किया। जीवन बीमा कर्मचारी एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्याक्ष पंकज सूद ने कहा कि भारत सरकार ने जो बजट पेश किया है, उसमें सरकार ने भारतीय जीवन बीमा निगम को शेयर मार्र्कीट में लिफ्ट करने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले का कर्मचारी विरोध कर रहे है। उन्होंने कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम 1956 में शुरू हुई है और बीमा निगम को 63 वर्ष हो चुके हैं। जीवन बीमा निगम के पास 31 करोड़ के पॉलिसीधारक हैं और 32 लाख करोड़ से अधिक पूंजी है। यही नहीं, 2019 में निगम ने सरकार को 2611 करोड़ का लाभांश भी सरकार को दिया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सरकारी उपक्रमों को निजी हाथों में सौंपने का काम कर रही है और अब एलआईसी को शेयर मार्कीट में लिस्ट कर रही है। इससे बीमा धारकों को काफी नुक्सान भी हो सकता है। बीमा कर्मी सरकार के इस फैसले के विरोध में मंगलवार को हड़ताल करने जा रहे हैं। मंगलवार को सभी कार्यालयों में 12 बजे से एक बजे तक कर्मी हड़ताल पर रहेंगे और अगर सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेती है तो आगामी दिनों में उग्र आंदोलन भी शुरू किया जाएगा।