Edited By Ekta, Updated: 01 Aug, 2019 05:21 PM
इंसानों को पागल कहते हुए आपने कई बार सुना होगा। मगर यहां नाले को ''पागल'' कहा जाता है। यह नाला कब मौत बरसा दें कोई नहीं जानता। शिमला किन्नौर मार्ग पर इस नाले को इसके घातक बहाव के लिए ''पागल नाला'' कहा जाता है। यह हमेशा सूखा रहता है। मगर अचानक कभी...
कुल्लू (दिलीप): इंसानों को पागल कहते हुए आपने कई बार सुना होगा। मगर यहां नाले को 'पागल' कहा जाता है। यह नाला कब मौत बरसा दें कोई नहीं जानता। शिमला किन्नौर मार्ग पर इस नाले को इसके घातक बहाव के लिए 'पागल नाला' कहा जाता है। यह हमेशा सूखा रहता है। मगर अचानक कभी भी इतना तेज बहाव आता है कि इसके नीचे से गुजरने वाले बसें और ट्रक तक बह जाते हैं। लेकिन इन दिनों हिमाचल में बारिश का कहर जारी है। जिससे नदी-नाले उफान पर हैं।
कुल्लू जिला में गुरुवार को बारिश की वजह से सैंज घाटी में पागलनाला में फिर मलबा आ गया। औट-सैंज मार्ग पर भारी मलबा आने से वह बंद हो गया। यह सारा मलबा सड़क पर आने लगा है। ऐसे में लारजी और सैंज के बीच वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। जबकि यहां से सड़क को पैदल आरपार करना भी मुश्किल हो गया है। फिलहाल, रोड बंद होने के कारण सड़क के दोनों और वाहनों की कतारें लगनी शुरू हो गई हैं। रोड बंद होने की सूचना लोक निर्माण विभाग और प्रशासन को दे दी गई है। मार्ग बंद होने की सूचना लोगों ने लोक निर्माण विभाग मलबा हटाने में जुटा हुआ है। हिमाचल में 4 अगस्त तक मौसम विभाग ने बारिश का अनुमान जताया गया है।