Edited By Vijay, Updated: 25 Dec, 2025 12:46 PM

नूरपुर फोरैस्ट डिवीजन की रे रेंज के अंतर्गत बडूखर ब्लॉक की हटली बीट में खैर के पेड़ों की बड़े पैमाने पर अवैध कटान और जड़ से उखाड़ने का गंभीर मामला सामने आया है।
रैहन (राहुल राणा/दुर्गेश कटोच): नूरपुर फोरैस्ट डिवीजन की रे रेंज के अंतर्गत बडूखर ब्लॉक की हटली बीट में खैर के पेड़ों की बड़े पैमाने पर अवैध कटान और जड़ से उखाड़ने का गंभीर मामला सामने आया है। हैरानी की बात यह है कि यह सारा खेल वन विभाग की नाक के नीचे चलता रहा और विभाग को इसकी कोई जानकारी नहीं थी।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार हटली बीट में खैर के कई पेड़ जड़ से उखाड़े गए, जो साफतौर पर सुनियोजित तस्करी की ओर इशारा करता है। इससे पहले भी इसी बीट में कई बार अवैध कटान की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन हर बार मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि इतनी बड़ी गतिविधि के बावजूद बीट स्तर से लेकर रेंज स्तर तक किसी अधिकारी ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, जिससे वन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यदि विभाग ईमानदारी से गश्त करता तो इतने पेड़ काटना या उखाड़ना संभव ही नहीं था।
मामला उजागर होने के बाद डिवीजन फोरैस्ट ऑफिसर नूरपुर अमित शर्मा ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। हालांकि सवाल यह भी है कि बार-बार हो रहे अवैध कटान के बावजूद स्थायी रोक क्यों नहीं लग पाई? क्या इसमें सिर्फ लकड़ी माफिया जिम्मेदार है या फिर विभागीय मिलीभगत भी इसकी जड़ में है? वन संपदा की इस खुली लूट ने सरकार और वन विभाग की संरक्षण नीति पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। अब देखना यह होगा कि यह जांच भी केवल कागजों तक सीमित रहती है या फिर वास्तव में खैर माफिया और लापरवाह अधिकारियों पर गाज गिरती है।