Edited By Ekta, Updated: 27 Jun, 2019 11:12 AM
हिमाचल प्रदेश की मंडी संसदीय लोकसभा सीट के सांसद राम स्वरूप शर्मा को आयकर विभाग द्वारा देरी से पिछले 4 वर्षों की इनकम टैक्स रिटर्न भरने के लिए अनुमति देने संबंधी आदेशों को हाईकोर्ट में याचिका के माध्यम से चुनौती दी गई है। याचिकाकर्ता लाभ सिंह के...
शिमला (मनोहर): हिमाचल प्रदेश की मंडी संसदीय लोकसभा सीट के सांसद राम स्वरूप शर्मा को आयकर विभाग द्वारा देरी से पिछले 4 वर्षों की इनकम टैक्स रिटर्न भरने के लिए अनुमति देने संबंधी आदेशों को हाईकोर्ट में याचिका के माध्यम से चुनौती दी गई है। याचिकाकर्ता लाभ सिंह के अनुसार सांसद राम स्वरूप शर्मा ने 2014 से 2018 तक इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भरी थी और आयकर विभाग ने 18 अप्रैल, 2019 को राम स्वरूप शर्मा को देरी से इनकम टैक्स रिटर्न भरने की अनुमति दी थी।
याचिकाकर्ता के अनुसार इनकम टैक्स विभाग ने कानून के जरूरी प्रावधानों को दरकिनार करते हुए राम स्वरूप शर्मा को इनकम टैक्स रिटर्न भरने की अनुमति दी थी। याचिका में दिए तथ्यों के अनुसार 19 फरवरी को इलैक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को पिछले 5 वर्षों में इनकम टैक्स रिटर्न भरना आवश्यक किया था। इसके पश्चात सांसद राम स्वरूप शर्मा ने आनन-फानन में इनकम टैक्स रिटर्न भरी। मुख्य न्यायाधीश वी.रामासुब्रमनियन व न्यायाधीश धर्मचंद चौधरी की खंडपीठ के समक्ष इस मामले पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने मामले पर सुनवाई अगले 2 सप्ताह तक टाल दी है।