Edited By Vijay, Updated: 24 Apr, 2024 05:57 PM
जिला मंडी के धर्मपुर में एचआरटीसी बस के बीच रूट में टायर खुलने के मामले में चालक को सस्पैंड करने को लेकर एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन ने निगम प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
शिमला (राजेश): जिला मंडी के धर्मपुर में एचआरटीसी बस के बीच रूट में टायर खुलने के मामले में चालक को सस्पैंड करने को लेकर एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन ने निगम प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी मामले को लेकर ड्राइवर यूनियन के प्रधान मान सिंह ठाकुर ने शिमला में प्रैस वार्ता की और धर्मपुर में हुए बस हादसे में चालक को सस्पैंड करना सरासर गलत बताया। उन्होंने कहा कि पूरे हिमाचल में बस हादसों पर चालकों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है और उनसे रिकवरी की जा रही है, वहीं बिना मतलब के चालकों को सस्पैंड किया जा रहा है जबकि ये सरासर गलत है। उन्होंने धर्मपुर के मामले को प्रमुखता से लेते हुए कहा कि इस मामले में चालक को बिना मतलब के सस्पैंड कर दिया गया जबकि चालक की कोई गलती नहीं थी। यदि बस के टायर खुलने के मामले में चालक की गलती है तो इसके लिए संबंधित डिपो का आरएम, डीएम और मैकेनिक भी जिम्मेदार हैं। उनके खिलाफ भी जांच बिठाई जानी चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए।
चालकों की प्रमोशन पर भी नहीं कोई ध्यान
मान सिंह ने कहा कि निगम प्रबंधन चालकों की प्रमोशन पर भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब किसी सीनियर ड्राइवर को उच्च पद पर बिठाने की बात की जाती है तो ये कह दिया जाता है कि वह पढ़ा-लिखा नहीं है जबकि निगम में सभी चालक पढ़े-लिखे हैं। उन्होंने प्रबंधन को चेताया कि यदि इस तरह चालकों को परेशान किया जाता रहा तो चालक आंदोलन से गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर ईडी एचआरटीसी से भी मिले हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि एमडी के कार्यालय आते ही इस मामले पर गहन से चर्चा की जाएगी।
ऐसे खुले धर्मपुर में चलती बस के टायर
मान सिंह ने बताया कि धर्मपुर में बस के टायर खुलने के पीछे कारण यह था कि टाटा की बस में लेलैंड बसों के रिकाबे यानी युबोल्ट लगा दिए गए, जिस कारण कमानी ढीली रह गई और वह धीरे-धीरे खुल गई और बस के टायर बाहर आ गए। उन्होंने कहा कि ये बस चालक की कुशलता थी कि उसने हादसे के बाद बस को संभाल लिया नहीं तो एक बड़ा हादसा हो सकता था लेकिन इस मामले में चालक को सस्पैंड कर दिया गया।
वर्कशॉप में कलपुर्जों की कमी
यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि निगम की वर्कशॉप में कलपुर्जों की कमी चल रही है, जिस कारण बसें समय पर ठीक नहीं हो रही हैं। वहीं बसों में पुराने स्पेयर पार्ट लगाए जा रहे हैं, ऐसे में जब बस खराब होती है या फिर दुर्घटनाग्रस्त होती है तो चालकों को जिम्मेदार ठहराया जाता है। उन्होंने निगम प्रबंधन से मांग की कि वर्कशॉप में कलपुर्जों की कमी को पूरा किया जाए।
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