HPBOSE के कार्यालय में राज्य मुक्त विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए हैल्प डैस्क स्थापित

Edited By Vijay, Updated: 22 Nov, 2019 11:20 PM

hpbose director doctor suresh kumar soni

राज्य मुक्त विद्यालय के माध्यम से पंजीकरण करवाने वाले विद्यार्थियों के लिए कई निर्णय लिए गए हैं, जिसमें पंजीकरण के बाद परिचय सभा का आयोजन करवाना, जिसमें अध्यापक तथा छात्र में स्वस्थ सान्निध्य स्थापित हो सके ताकि छात्र घर से ही अपने अध्ययन केंद्र...

धर्मशाला (नितिन): राज्य मुक्त विद्यालय के माध्यम से पंजीकरण करवाने वाले विद्यार्थियों के लिए कई निर्णय लिए गए हैं, जिसमें पंजीकरण के बाद परिचय सभा का आयोजन करवाना, जिसमें अध्यापक तथा छात्र में स्वस्थ सान्निध्य स्थापित हो सके ताकि छात्र घर से ही अपने अध्ययन केंद्र संबंधी संशय का अध्यापक से निराकरण करवा सकें। वहीं सभी पंजीकृत विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाना, अध्ययन केंद्रों के समन्वयक/विद्यार्थियों को बोर्ड से किसी भी प्रकार की समस्या का शीघ्र समाधान हो सके, इसके लिए बोर्ड कार्यालय में हैल्प डैस्क की स्थापना की गई।

विंग से संपर्क के लिए अलग मेल आईडी तैयार

धर्मशाला में प्रैस वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि राज्य मुक्त विद्यालय को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से इसका एक अलग विंग स्थापित किया गया, जिससे संपर्क करने के लिए अलग मेल आईडी तैयार की गई है। इसी संदर्भ में शुक्रवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें 50 अध्ययन केंद्रों के प्रधानाचार्यों को बुलाया गया। इसमें सरकारी पाठशालाओं के 29 तथा 21 निजी संबद्धता प्राप्त शिक्षण संस्थानों के समन्वयकों भाग लिया। उन्होंने कहा कि मंडी में 26 नवम्बर को कार्यशाला रखी गई है, जिसमें 63 अध्ययन केंद्रों के समन्वयकों को बुलाया गया।

अध्ययन केंद्र में योग्यता रखने वाले बेरोजगार युवआों की ली जाएंगी सेवाएं

उन्होंने कहा कि यदि किसी अध्ययन केंद्र में पीसीपी के लिए अध्यापक उपलब्ध नहीं हो पाता है या कार्य की अधिकता के कारण वह अपना समय नहीं दे पाता है तो टीजीटी/पीजीटी की योग्यता रखने वाले बेरोजगार युवक/युवतियों की सेवाएं ली जा सकती हैं। स्टडी सैंटर बनाने के लिए पहले यह देखा जाएगा कि क्या उक्त स्कूल में आधारभूत ढांचा है कि नहीं। यदि स्कूल में स्टडी सैंटर से संबंधित सुविधाएं होंगी, तभी वहां पर स्टडी सैंटर चलाया जाएगा।

आरएलडी/आरएलई के मामलों की संख्या कम करने के लिए होंगे प्रयास

आरएलडी/आरएलइ के मामलों की संख्या को कम करने की दृष्टि से अधूरे फार्म को परीक्षा शुरू होने से पहले रिजैक्टड लिस्ट में डाल दिया जाएगा ताकि छात्र समय रहते कमियों को पूरा करके पात्रता को पूर्ण करते हुए परीक्षा दे सकें। प्रवेश पत्र भरते समय गलती रहने के कारण उसे ठीक किया जा सके, इसके लिए एडमिट कार्ड जारी करने के बाद 15 दिनों के भीतर शुद्धि करवाई जा सकती है। बोर्ड स्तर पर आईटी की सेवाओं को और छात्र हितैषी बनाने के लिए निर्धारित एप्लीकेशन में सुधार किया गया है।

श्रेणी सुधार की परीक्षा में अलग से होगा प्रैक्टीकल

राज्य मुक्त विद्यालय के माध्यम से जो छात्र श्रेणी सुधार की परीक्षा देंगे, उनके प्रैक्टीकल के विषयों का अलग से प्रैक्टीकल लिया जाएगा अर्थात पुराने अंक नहीं जोड़े जाएंगे। शुल्क जमा करवाने की प्रक्रिया को सरल करते हुए नियमित छात्रों की तर्ज पर कंसोलिडेटड आधार पर प्रवेश पत्र भरने की अंतिम तिथि वाले दिन आरटीजीएसएसबीआई/एचडीएफसी गेटवे के माध्यम से भी भेज सकते हैं। इससे उन्हें अलग-अलग छात्र के लिए बार-बार इस प्रक्रिया से नहीं जुडऩा पड़ेगा।

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