Edited By Vijay, Updated: 11 Apr, 2024 06:52 PM
रानी सुनयना के चिन्ह को सूही मढ़ में मंदिर परिसर में स्थापित करने के साथ ही वीरवार को चम्बा के ऐतिहासिक सूही मेले का शुभारंभ हुआ। आगामी तीन दिनों तक माता के चिन्ह को श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए सूही मढ़ स्थित मंदिर में ही रखा जाएगा।
चम्बा (काकू चौहान): रानी सुनयना के चिन्ह को सूही मढ़ में मंदिर परिसर में स्थापित करने के साथ ही वीरवार को चम्बा के ऐतिहासिक सूही मेले का शुभारंभ हुआ। आगामी तीन दिनों तक माता के चिन्ह को श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए सूही मढ़ स्थित मंदिर में ही रखा जाएगा। इस दौरान शहर के विभिन्न समुदायों के लोग माता के दरबार में हाजिरी भरकर पूजा- अर्चना करेंगे। तीन दिवसीय मेले के शुभारंभ पर सुबह पिंक पैलेस से एक शोभायात्रा निकाली गई। इसमें रानी सुनयना के चिन्ह को सूही मढ़ स्थित मंदिर ले जाया गया। इस मौके पर राजपरिवार की बहू एवं पूर्व विधायक आशा कुमारी भी मौजूद रहीं। शोभायात्रा में शामिल गद्दी समुदाय की महिलाओं ने लोकगीतों के माध्यम से रानी सुनयना के बलिदान को याद करवाया। शोभायात्रा की अगुवाई चम्बा सदर के विधायक नीरज नैयर ने की। इसके अलावा डीसी मुकेश रेप्सवाल व नगर परिषद अध्यक्ष नीलम नैयर भी शोभायात्रा में शामिल हुए। सूही मढ़ में माता के चिन्ह की स्थापना के साथ ही श्रद्धालुओं का मंदिर में पहुंचने का सिलसिला आरंभ हो गया है। सूही मढ़ मंदिर में पूजा-अर्चना की रस्म कन्या भार्गवी भारद्वाज ने अदा की।
घुरेही नृत्य रहेगा मेले का मुख्य आकर्षण
मेले के पहले दिन मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की आवाजाही दिन भर जारी रही। मंदिर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। उधर, सूही मढ़ में गद्दी समुदाय की महिलाओं का घुरेही नृत्य मेले का मुख्य आकर्षण रहेगा। शाम के समय सूही माता सेवा समिति के तत्वावधान में मेला अवधि के दौरान चौंतड़ा मोहल्ला में लोकगायक पारंपरिक बसोआ गायन हुआ। वहीं राजनौण पर सूही मेले को लेकर सजी अस्थायी दुकानों पर लोगों ने जमकर खरीददारी की और पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ भी उठाया।
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