Edited By Jyoti M, Updated: 10 Mar, 2025 10:42 AM

रविवार दोपहर करीब एक बजे मनाली के पास स्थित सोलंगनाला के निकट सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के योजक परियोजना कार्यालय के पास एक हिमस्खलन हुआ। गनीमत रही कि इस हिमस्खलन में किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, इसके चलते मनाली-केलंग मार्ग एक घंटे के लिए...
हिमाचल डेस्क। रविवार दोपहर करीब एक बजे मनाली के पास स्थित सोलंगनाला के निकट सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के योजक परियोजना कार्यालय के पास एक हिमस्खलन हुआ। गनीमत रही कि इस हिमस्खलन में किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, इसके चलते मनाली-केलंग मार्ग एक घंटे के लिए बंद हो गया, जिसे बाद में बीआरओ द्वारा तुरंत बहाल कर दिया गया। बीआरओ की ओर से जारी किए गए बयान के अनुसार, सड़क को बहाल करने के बाद भी हिमपात के कारण मनाली-केलंग मार्ग पर हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है। इसलिए, पर्यटकों को फिलहाल धुंधी की ओर नहीं भेजा जा रहा है।
हिमपात और वर्षा का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने आगामी 12 से 14 मार्च तक पूरे हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा और हिमपात का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने बताया कि सोमवार से मौसम में बदलाव आएगा और इस दौरान कुछ क्षेत्रों में गर्ज के साथ वर्षा हो सकती है, जबकि पहाड़ी इलाकों में हल्का हिमपात होने की संभावना है। 15 मार्च तक प्रदेश में मौसम प्रतिकूल रहेगा और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से लगातार वर्षा और बर्फबारी हो सकती है।
मौसम की बदलती स्थिति
रविवार को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में मौसम साफ रहा। मैदानों और पहाड़ों में तेज धूप खिली थी, जिससे तापमान में वृद्धि हुई। हालांकि, दोपहर बाद ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम ने करवट ली और बादल छाने लगे। इसके साथ ही ठंडी हवाएं चलने लगीं, जिससे ठंड महसूस होने लगी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि 10 और 11 मार्च को प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा होगी, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है।
प्रदेश के तापमान की स्थिति
रविवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं आया। मौसम साफ रहने के कारण न्यूनतम तापमान में लगातार वृद्धि देखी गई। इस समय केलंग, कुकुमसेरी और ताबो जैसे उच्चतम इलाकों में तापमान माइनस डिग्री में चल रहा है। वहीं, अन्य क्षेत्रों में दिन के समय तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हुई है। इसके कारण मैदानी इलाकों में सुबह और शाम के समय ठंड कम हो गई है।