Edited By Jyoti M, Updated: 13 Oct, 2024 11:32 AM
![himachal peas are grown only in himachal in october](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_10image_11_32_052424620peas-ll.jpg)
अक्तूबर में सिर्फ हिमाचल में ही मटर होता है। जिसके कारण हिमाचल के हरे मटर की मुंबई और अहमदाबाद में भारी मांग है। बाहरी राज्यों में मटर की मांग बढ़ने से किसानों को दाम भी अच्छे मिल रहे हैं।
हिमाचल डेस्क। अक्तूबर में सिर्फ हिमाचल में ही मटर होता है। जिसके कारण हिमाचल के हरे मटर की मुंबई और अहमदाबाद में भारी मांग है। बाहरी राज्यों में मटर की मांग बढ़ने से किसानों को दाम भी अच्छे मिल रहे हैं। शिमला की ढली सब्जी मंडी में इन दिनों रोहडू, कोटखाई, करसोग और मंडी से मटर की खेप पहुंच रही है। किसानों को मटर के 50 से 130 रुपये प्रतिकिलो तक थोक दाम मिल रहे हैं।
बाहरी राज्यों से कारोबारी मटर खरीदने पहुंचते हैं
प्रदेश में शिमला सहित अन्य लोकल मंडियों में बाहरी राज्यों से कारोबारी मटर खरीदने पहुंचते हैं। प्रदेशभर की विभिन्न मंडियों से हर साल सैकड़ों टन मटर दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता और सूरत सहित बड़ी मंडियों में भेजा जाता है। इसके चलते हिमाचल में किसानों को मंडियों में मटर के अच्छे दाम मिल रहे हैं। पहाड़ी मटर देखने में चमकदार और आकर्षक होने के साथ सबसे ज्यादा पौष्टिक है।
बाहरी मंडियों में रोज भेजा जा रहा 300 क्विंटल मटर
ढली सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के सचिव बिट्टू वर्मा ने बताया कि ढली सब्जी मंडी से रोजाना बाहरी राज्यों की मंडियों में 200 से 300 क्विंटल मटर भेजा जा रहा है। इन दिनों केवल हिमाचल में ही मटर की फसल होती है।
100 करोड़ से अधिक है शिमला में कारोबार
हिमाचल में जिला शिमला सहित सोलन, कुल्लू, मंडी और किन्नौर आदि जिलों में मटर की पैदावार होती है। शिमला की मंडियों में अकेले हर साल 100 करोड़ से अधिक का कारोबार रहता है।
प्रदेशभर में मटर का कारोबार 700 करोड़ के करीब रहता है। हिमाचल में रबी सीजन में होने वाले बेमौसमी मटर की महानगरों में अधिक मांग रहती है। बाहरी राज्यों के बड़े शहरों में पहाड़ी मटर फाइव स्टार होटलों में यह मटर बेचा जाता है।
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